छठ पूजा को लेकर ये हैं PM Modi के विचार

Thursday, Oct 31, 2019 - 03:01 PM (IST)

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हिंदू धर्म में छठ पर्व का कितना महत्व है इस बात से शायद ही कोई अंजान होगा। और परंतु में कोई इस बारे में नहीं जानता तो उसे एक बार भारत के प्रधानमंत्री यानि नरेंद्र मोदी के द्वारा बताई गई बातें ज़रूर पढ़ लें। बता दें कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी से आरंभ होकर सप्तमी तक चलता है। मान्यताओं के अनुसार इस पर्व के पहला दिन यानि चतुर्थी तिथि को नहाय-खाय के रूप में मनाया जाता है। दूसरा दिन अर्थात पंचमी को खरना व्रत किया जाता है। इस दिन शाम के समय व्रत करने वाले खीर और गुड़ के अलावा फल का सेवन किया जाता है जिसक अगले 36  घंटे तक निर्जला व्रत रखा जाता है। माना जाता है कि खरना पूजन से छठ देवी प्रसन्न होती है और घर में वास करती हैं। इसके बाद षष्ठी को किसी नदी या जलाशय के में उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही इस महापर्व का समापन होता है।

बताया जाता है कि 2014 में जब प्रधानमंत्री मोदी अपने बिहार के दौरे पर गए थे उन्होंने छठ पर्व के बारे में अपने कुछ विचार अभिव्यक्त किए थे, जिसके बारे में आपको भी ज़रूर जानना चाहिए। आइए जानें क्या है ये विचार-

मोदी जी का कहना था कि हम सभी उगते सूरज के पुजारी हैं लेकिन बिहारी समाज ऐसा है जो सूरज के हर रूप की पूजा करता है। ढलते सूरज की पूजा करना एक अनोखे संस्कार के बैगर संभव नहीं होता है। उगते सूरज की पूजा तो सब करते हैं लेकिन सूरज के हर रूप की पूजा करना और छठ की पूजा करना अपने आप में अद्भुत है।

छठ पूजा व्यक्तिगत श्रद्धा, भक्ति और उमंग का तो पर्व है परंतु हमारे पूर्वजों ने छठ पूजा के साथ महत्वपूर्ण चीज जोड़ी है, जिसके लिए मुझे बड़ा गर्व होता है- कितना ही पान खाने का शौक हो लेकिन छठ पूजा के दिन कोई कही गंदगी नहीं करता है। इतना सफ़ाई का आग्रह रहता है कि चारों तरफ़ स्वच्छता का माहौल होता है और यह अपने आप में बहुत बड़े संस्कार हैं।

भारत देश विविधताओं से भरा हुआ है और प्रत्येक व्यक्ति को इन विविधताओं का आदर-सम्मान करना चाहिए।

Jyoti

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