नाग पंचमी: हर तरह की Financial problems से छुटकारा पाने के लिए करें ये काम

Tuesday, Aug 20, 2019 - 07:26 AM (IST)

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हिन्दु धर्म संस्कृति समुद्र की तरह विशाल है। यहां पर हर धर्म, पंत, जाति, समुदाय, भावनाओं, आचरणों, मतों आदि को सहज रूप से आदर, मान-सम्मान दिया जाता है और उत्तम मतों को स्वीकार भी किया जाता है। यहां तक की प्रकृति के अदुभुत सौंदर्य की भी पूजा की जाती है, यहां की धरती को माता का रूप दिया गया है। पेड़ों की पूजा भी करते हैं। गाय को माता का रूप मान आज भी घरों में प्रथम रोटी गाय के लिए निकाली जाती है। कोयल के दर्शन को शुभ बताया जाता है और भारतीय महिलाएं  कोकिला व्रत रखती है। बरगद के पेड़ का पूजन कर धर्म-शास्त्रों में वट-सावित्री व्रत की स्थापना हुई। तुलसी के पौधे को घरों में लगाकर उसका पूजन किया जाता है, तुलसी के पत्ते का भोग विष्णु जी को अर्पण किया जाता है। केले के पेड़ की प्रत्येक ब्रहस्पतिवार को पूजा की जाती है तो वृषभोत्सव के दिन बैल का पूजन होता है। इसी प्रकार नाग पंचमी के दिन नाग देवता का पूजन किया जाता है।

श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को नाग पंचमी होती है और भादों के महीने की पंचमी तिथि को काले नागों को समर्पित नाग पंचमी का पर्व मनाए जाने का विधान है। इस दिन विशेष तौर पर नागों की पूजा की जाती है। हमारी धर्म संस्कृति में नाग को देवता मानते हैं और नाग भगवान शंकर के गले में विराजमान हैं तो भगवान विष्णु नाग की शैया पर लेटे हुए हैं। नाग पंचमी के संबंध में हमारे धर्म शास्त्रों और पुराणों में बहुत कुछ देखने को मिलता है। 

नाग पंचमी के दिन ये काम करने से बुरी बलाओं से छुटकारा मिलता है और हर तरह की फाइनेंशियल प्रॉब्लम्स से छुटकारा मिलता है-

नाग पंचमी के दिन नाग देवता की पूजा करनी चाहिए।

सेंवई चावल के भोजन से नाग का पूजन होता है।

कुछ मतों के अनुसार नाग पंचमी से एक दिन पहले का बासी भोजन ठंडा कर खाया जाता है।

दिवारों पर नागों के चित्र बनाये जाते हैं।

नागों की बांबी में एक कटोरा दूध चढ़ाया जाता हैं। 

घर के बाहर की दिवारों पर नागों के चित्र बना कर पूजा की जाती है।

पूजा के बाद आरती करनी चाहिए और नागों की कथा भी सुननी चाहिए।

‘ॐ कुरू कुल्ले हुं फट स्वाहा’ मंत्र का जप करना चाहिए। इससे नाग देवता प्रसन्न होते हैं और यदि कोई सर्प काट ले तो इस मंत्र द्वारा उसको झाड़ा लगाया जा सकता है।

नाग पंचमी के दिन कालसर्प दोष से मुक्ति के उपाय हेतु नाग पूजन करना चाहिए।

नाग पंचमी के दिन नाग देवता का दर्शन करना चाहिए और सपेरे को कुछ दान भी देना चाहिए।

नागों को दूध नहीं पिलाया जाता है, दूध से नागों को नहलाया जाता है।

नाग देवता के पूजन हेतु सुगंधित फूलों और चंदन का प्रयोग करना चाहिए क्योंकि नागों को सुगंध अति प्रिय
होती है।

ज्योतिष बॉक्सर देव गोस्वामी
devgoswami530@gmail.com

Niyati Bhandari

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