सावन में भोले की पूजा में हिंंदुओं के मददगार बन रहे मुसलमान भाई, कोरोना-काल में भाईचारे की मिसाल

Wednesday, Jul 08, 2020 - 03:12 PM (IST)

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कोरोना काल के इस समय के दौरान लोग बढ़-चढ़कर एक-दूसरे की मदद करते नज़र आ रहे हैं। ताकि मुश्किल के इस दौर का सामना डटकर किया जाए औऱ इससे जल्द ही इससे बाहर निकला जाए। ऐसे में मुसलमान भाई भाईचारे की मिसाल कायम करते हुए जिखाई दे रहे हैं। जी हां, सावन के इस माह में मुसलमान भगवान शंकर की पूजा करने में हिंदुओं की मदद करते हुए दिखाई दे रहे हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार ये पूरा माह भगवान शिव को अति प्रिय है। यही कारण है हिंदू पंचांग के अनुसार साल का इस पांचवें श्रावण मास में हर कोई भगवान शिव को प्रसन्न करने में लगा रहता है। ज्योतिषी बताते हैं कि इस दौरान पूजा पाठ करने से भोलेनाथ एवं देवी पार्वती की कृपा से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। खासतौर पर इस दौरान अगर किसी भी प्राचीन शिव मंदिर में जाकर विधि वत शिव जी का अभिषेक करता है तो शादी में हो रही जैसी परेशानी दूर होती है, और जल्दी से शादी के योग बनने लगते हैं, तो वहीं शादीशुदा जीवन में आ रही परेशानियां दूर हो जाती हैं।

मगर इस बार मंदिरों में कोरोना के चलते भगवान शिव के भक्त मिलकर पूजा नहीं कर सकते। इस बात बहुत से लोग परेशान दिखाई दे रहे हैं। ऐसे में इनकी परेशानी को दूर करने के लिए मुसलमान भाई सामने आ रहे हैं। जी हां, खबर है झारखंड के एक सामाजिक संगठन की, जो सावन में श्रद्धालुओं को पूजा में उपयोग होने वाले ज़रूरी सामान को पहुंचाने में अपना योगदान दे रही है। और सबसे खास बात ये है इस संगठन में अधिकतर युवक मुस्लिम हैं। आइए विस्तार से जानें क्या है पूरी खबर- 

दूध व अन्य ज़रूरी सामान का कर रहे हैं वितरण:
बताया जा रहा है कोरोना काल में जब कुछ लोग किसी की मदद करने में थोड़ा झिझकते नज़र आ रहे हैं, तो वहीं इस दौरान सामाजिक सौहार्द का एक सटीक उदाहरण झारखंड के सोशल ऑर्गनाइजेशन, यूथ कॉन्सेप्ट द्वारा देखने को मिल रहा है। इस संगठन में शामिल मुस्लिम समुदाय के लोग सावन माह में शिव भक्तों की मदद करने के उद्देश्य से ज़रूरी सामान उन तक पहुंचा रहे हैं। इस दौरान इन्होंने सावन के पहले दिन झरिया टाउनशिप में शिव मंदिर के पास स्टॉल लगाकर भक्तों के बीच दूध व पानी वितरित किया। इसके साथ ही इन्होंने लोगों को अपने नाम से एक गुलमोहर का पेड़ लगानी की अपील भी की। ताकि हर जगह हरियाली ही हरियाली फैल सके। 

बताया जाता है इस संगठन त्यौहारों के बीच पौधे रोपने का अभियान संगठन 2007 से ही चल रहा है हालांकि  दूध व अन्य जरूरी सामानों के लिए आसपास के प्रमुख शिव मंदिरों के पास स्टॉल्स लगाने की शुरुआत हुई, पिछले साल के सावन से ही शुरू हुई है। 

यूथ कॉन्सेप्ट के अध्यक्ष असलम सदमानी ने इस अभियान को शुरू करके  सामाजिक सौहार्द की मिसाल पेश करना चाहा है, उनका मानना है कि हिंदू भाइयों के लिए सावन का महीना बहुत ही पावन होता है, ऐसे में जरूरी पूजन सामग्री उपलब्ध करवा कर वो एकता का संदेश स्थापित करने का प्रयास कर रहे हैं।

Jyoti

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