Muni Shri Tarun Sagar: इस दौलत की बदौलत ही व्यक्ति दौलतमंद होता है

Wednesday, Apr 26, 2023 - 09:32 AM (IST)

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तर्क है ‘नरक’ और समर्पण ‘स्वर्ग’
तर्क न करें क्योंकि तर्क से तकरार बढ़ती है। समर्पण से सौहार्द बढ़ता है। तर्क सिर्फ उलझाता है। समर्पण समाधान देता है।
सास ने कहा, ‘‘यों’’ तो  बहू ने कहा, ‘‘क्यों ?’’  

बस यहीं से महाभारत शुरू हो जाता है। जो सुख समर्पण में है, अकड़ में कहां ! जो सुख झुकने में है वह तनने में कहां ! तर्क नरक  है। समर्पण स्वर्ग है। समर्पण पर जिएं।

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तुम ही तुम हो
तुम्हारे सिवा तुम्हारा यहां कुछ भी नहीं है। जो तुम्हारा है उसे तुमसे कोई छीन नहीं सकता और जो तुम्हारा नहीं है उसे किसी से छीन कर तुम्हारा बनाया नहीं जा सकता।

और हां, एक बात और याद रखना, तुम केवल ‘तुम’ हो। तुम्हारे जैसा दुनिया में दूसरा कोई नहीं है। तुम्हारे अंगूठे जैसी रेखाएं किसी अन्य में नहीं मिलतीं। तभी तो हस्ताक्षर के रूप में अंगूठा लगवाया जाता है।

आई.टी., ब्यूटी और ड्यूटी
दो चीजों में हम और हमारा देश बहुत आगे है। आई.टी. और ब्यूटी। बूढ़े से बूढ़े आदमी को लेटैस्ट से लेटैस्ट फैशन चाहिए। ‘सत्यं शिवं सुंदरम’ में से सत्य और शिव तो गायब हो गया। अब केवल सुंदरम बाकी बचा है जिसकी लोगों को चिंता है।

मैं आई.टी. और ब्यूटी के विरुद्ध नहीं हूं। मैं तो सिर्फ इतना चाहता हूं कि हम और हमारा देश आई.टी. और ब्यूटी के साथ अपनी ड्यूटी में भी आगे आएं।

दिन की शुरूआत प्रसन्नता से
दिन की शुरूआत प्रसन्नता और प्रणाम से करिए। जो व्यक्ति सुबह उठते ही एक मिनट भी मुस्कुराता है, उसे पूरे दिन का पावर टानिक मिल जाता है और जो व्यक्ति मां-बाप, गुरु और प्रभु के चरणों में घुटने टिकाता है, उसे जिंदगी में कभी किसी के सामने घुटने नहीं टेकने पड़ते।

जिसके पास दुआओं की दौलत है, सही मायने में वह अमीर है। इस दौलत की बदौलत ही व्यक्ति दौलतमंद होता है।

Niyati Bhandari

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