Muni Shri Tarun Sagar: कड़वे प्रवचन...लेकिन सच्चे बोल

Friday, Feb 25, 2022 - 11:27 AM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ

क्या तुम्हें मंजूर है?
गुरु आपके साथ हमेशा नहीं रहेंगे। इसलिए अपने मन को खुद ही समझाना होगा। अपने मन को श्रोता बनाए एवं स्वयं उपदेशक बनें।

किसी को गाली देना या थप्पड़ मारने का मन करे तो पहले अपने से कहें देख भाई, तू किसी को एक गाली देगा तो सामने वाला तुझे दो गाली देगा, क्या तुम्हें मंजूर है ?

तुम किसी को थप्पड़ मारोगे तो वह तुम्हें मुक्का या लात मारेगा, क्या तुम्हें मंजूर है? अगर नहीं तो फिर तुम्हें भी किसी को गाली देने, थप्पड़ मारने का अधिकार नहीं।

सबसे बड़ी क्रांति
समाज को शांति की जरूरत है और व्यक्ति को क्रांति की। महावीर का चरित्र ऐसा है जिसमें समाज को शांति और व्यक्ति को क्रांति मिलती है। भगवान महावीर शांति और क्रांति दोनों के सूत्रधार हैं और आज क्रांति के बिना शांति आना संभव नहीं है। इसलिए आज एक और हरित क्रांति की सख्त जरूरत है।

धर्म दुनिया की सबसे बड़ी क्रांति है और मैं इस धर्म के पथ का एक छोटा-सा संत हूं। इसलिए मैं भी क्रांतिकारी हूं।

इसी का नाम है संसार
एक व्यक्ति दुकान पर बैठा था। एक बकरा आया। दुकान पर चढ़ा तो उसने डंडा मारा और भगा दिया। कहानी खत्म हो गई। पर इस कहानी के पीछे भी कहानी है, वह महत्वपूर्ण है। सामने एक संत बैठे थे। वह हंस पड़े। दुकानदार ने पूछा कि आप हंसे क्यों?
संत ने कहा भाग्य की विडम्बना पर हंसा। यह बकरा और कोई नहीं, पिछले जन्म का तुम्हारा बाप है। इस दुकान को इसी ने खड़ा किया था और आज यह यहां खड़ा होने के लायक नहीं रहा। इसी का नाम है संसार।

Niyati Bhandari

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