Kundli Tv- केसर और चंदन की बारिश में यहां झूमते हैं भक्त

Tuesday, Jul 03, 2018 - 03:53 PM (IST)

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भारत में जितने भी तीर्थ स्थल है हर किसी का अपना कोई न कोई महत्व ज़रूर है। इन्हीं कारणों के लिए दुनिया भर से लोग भारत में घूमने के लिए आते हैं। आज हम ऐसी जगह की बात करने जा रहें है, जहां पर चंदन की बारिश होती है। जी हां, आपको जानकर हैरानी होगी लेकिन यह सच है। यह जगह मालवा क्षेत्र में स्थित मुक्तागिरी नाम से जानी जाती है। यह शहर अपनी सुंदरता, रमणीयता और धार्मिक प्रभाव के कारण लोगों को अपनी ओर आकर्षित करता है। इस स्थान पर दिगंबर जैन संप्रदाय के कुल 52 मंदिर हैं।

यहां मंदिर में भगवान पार्श्वनाथ की सप्तफणिक प्रतिमा स्थापित है जो शिल्पकला का बेजोड़ नमूना है। इस क्षेत्र में स्थित मानस्तंभ, मन को शांति और सुख प्रदान करने वाला है। निर्वाण क्षेत्र में आने वाले प्रत्येक व्यक्ति को यहां आकर सुकून मिलता है। यही कारण है कि देश में कोने-कोने से जैन धर्मावलंबी ही नहीं दूसरे धर्मों को मानने वाले लोग भी यहां आते हैं।


लोक मान्यता के अनुसार 1000 वर्ष पहले मुनिराज ध्यान में मग्न थे और उनके सामने एक मेंढक पहाड़ की चोटी से नीचे गिर गया। उस मुनिराज ने मेंढक के कानों में णमोकार मंत्र का उच्चारण किया। 


जिसके कारण यह मेंढक मरने के बाद स्वर्ग में देवगति को प्राप्त हुआ। इसी कहानी के अनुसार ही तब से हर अष्टमी और चौदस को इस पहाड़ पर केसर और चंदन की वर्षा होती है। मेढ़क की इसी कहानी के कारण इस पहाड़ी का नाम मेढ़ागिरी पड़ गया। इन कहानियों के अनुसार इस जगह की बहुत मान्यता है। दूर-दूर से लोग चन्दन और मोतियों की बारिश देखने के लिए यहा आते हैं। इस जगह के इतिहास में मेढ़ागिरी पर्वत को बहुत पवित्र माना गया है। 

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Jyoti

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