इस कहानी से सीखें क्यों दूसरों की भूमिका निभाना बन जाता है सजा का कारण
punjabkesari.in Tuesday, Nov 04, 2025 - 06:00 AM (IST)
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
Motivational Story: एक धोबी के पास गधा और एक कुत्ता था। कुत्ते ने देखा कि मालिक उसे गधे से कम खाना देता है इसलिए वह मालिक से खफा रहने लगा। एक रात धोबी के घर चोर घुस आए। मगर खफा कुत्ता नहीं भौंका। गधे ने उसे समझाया कि इस वक्त भौंक कर मालिक को जगाना तेरा फर्ज है, मगर कुत्ता जिद में चुप बैठा रहा। उसे इस तरह चुप देख गधे ने खुद ही रेंकना अपना धर्म समझा।

उसके जोर-जोर से रेंकने से मालिक की नींद खुल गई। वह गुस्से से उठा और उसने गधे की पिटाई करनी शुरू कर दी। गधा बेचारा मार खाकर चित्त पड़ गया। उसके बाद धोबी अपना खुला घर देख समझ गया कि चोर सारा सामान ले उड़े हैं।

अब वह कुत्ते की ओर बढ़ा और उसी डंडे से उसने कुत्ते को भी बुरी तरह पीट दिया। थोड़ी ही देर में गधा और कुत्ता दोनों जमीन पर पड़े हुए थे। एक को स्वधर्म पालन नहीं करने की सजा मिली थी तो दूसरे को परधर्म के पीछे भागने की कीमत चुकानी पड़ी।

