इस फल को खाने से आप भी हो सकते हैं अमर

Monday, Dec 16, 2019 - 08:55 AM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ

एक बार की बात है। एक पिता ने अपने छोटे से बेटे को पैसे देकर फल लाने के लिए बाजार भेजा। रास्ते में बच्चे ने देखा कुछ लोग, जिनके शरीर पर चीथड़े भी पूरे नहीं थे, भूख से छटपटा रहे थे। बच्चे को उन पर दया आ गई और उसने पैसे उनको दे दिए। उन लोगों ने उसी समय उन पैसों से रोटी बनाने के लिए दाल-आटा खरीद लिया। बच्चे को इससे बड़ी प्रसन्नता हुई। वह मन ही मन फूला नहीं समा रहा था। वह खुशी-खुशी घर लौट आया।

पिता ने पूछा, ‘‘बेटे, फल कहां हैं?’’

बेटा बोला, ‘‘आपके लिए अमरफल लाया हूं, पिता जी।’’

‘‘वह कौन-सा बेटे?’’ पिता ने पूछा।

बेटे ने कहा, ‘‘पिता जी मैंने रास्ते में अपने जैसे कुछ लोगों को भूख से तड़पते हुए देखा, तो मुझसे रहा न गया। मैंने सब पैसे उनको दे दिए, जिससे उनकी आज भर की भूख मिट जाएगी। हम लोग फल खाते, थोड़ी देर के लिए हमारे मुंह मीठे हो जाते परंतु जो कार्य हमने किया है उसका फल तो अमर है पिता जी।’’

पिता भी बड़े धार्मिक विचारों के थे। बेटे की बात सुनकर उन्हें बड़ी प्रसन्नता हुई और उन्होंने उसे गोद में उठा लिया। यही बालक आगे चल कर संत रंगदास के नाम से जाना गया। 

Niyati Bhandari

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