जिंदगी को जीने के लिए उसे समझना है बेहद जरूरी

Sunday, Nov 28, 2021 - 08:37 AM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
दो छात्र थे, वे ज्योतिष विद्या में पारंगत एक गुरु से शिक्षा लेकर लौटे थे। उन्हें आजीविका की तलाश थी। दोनों ही ज्योतिष विद्या में पारंगत थे। घर जाते समय वे एक गांव में ठहरे, गांव के कुछ लोग मिलने आए। वे सभी लोग अपने-अपने भविष्य के बारे में जानना चाहते थे। वहां से गुजरती एक वृद्ध महिला ने पहले छात्र से पूछा, ‘‘मेरा बेटा कई वर्षों से विदेश पढ़ाई के लिए गया हुआ है, उसके बारे में कोई खबर नहीं है। वह घर कब आएगा?’’

तभी अचानक गलती से उस वृद्धा के सिर पर रखी मटकी गिर कर टूट गई। तब पहले छात्र ने उस वृद्धा से कहा, ‘‘आपके पुत्र के साथ अवश्य ही कोई हादसा हुआ है, अब वह नहीं लौटेगा।’’ यह सुनते ही वृद्ध महिला रोने लगी।

तभी वहां गांव के मुखिया भी पहुंचे। उन्होंने रोती हुई उस महिला से कहा, ‘‘माता जी आप धीरज रखिए। शायद यह युवक ठीक से नहीं बता पाया हो।’’

तब वह वृद्ध महिला दूसरे छात्र के पास पहुंची और उसे अपनी समस्या बताई। छात्र ने कुछ देर तक चिंतन-मनन किया और कहा, ‘‘माता जी आप घर जाइए, आपका बेटा आपकी राह घर पर देख रहा है।’’

वृद्ध महिला जब घर पहुंची तो उसने देखा कि सचमुच उसका लड़का घर पर ही उसका इंतजार कर रहा था। उसे देख कर वह बहुत खुश हो गई।

यह बात पहले छात्र को पता चली तो उसने दूसरे छात्र से पूछा, ‘‘मित्र तुम्हें इस बात का पता कैसे चला?’’

वह बोला, ‘‘मित्र मैंने देखा कि अपने बेटे से मिलने के लिए वृद्ध माता की चाह चरम तक पहुंच चुकी है। मटका टूटने से जल फैल गया। मटके का भूमि से मिलन हुआ। यह लक्षण मुझे पुनर्मिलन के बारे में बताते हैं और मैंने वही कहा।’’

शिक्षा : कभी-कभी जिंदगी संकेत में अपने रहस्य प्रकट करती है। जरूरत है तो उसे समझने की और उस पर अमल करने की।

Jyoti

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