Motivational Concept: मुसीबत के समय कभी न खोने दें ये चीज़ें

Tuesday, Apr 20, 2021 - 11:49 AM (IST)

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नेता जी सुभाष चंद्र बोस इंगलैंड में आई.सी.एस. का इंटरव्यू देने गए। जब उनकी बारी आई तो वह इंटरव्यू के लिए अंग्रेज अधिकारियों के समक्ष बैठ गए। एक अधिकारी ने उन्हें देखकर व्यंग्य से मुस्कुराते हुए पूछा, ‘‘बताओ, उस छत के पंखे में कुल कितनी पंखुडिय़ां हैं।’’

इस अटपटे प्रश्र को सुनकर नेता जी की नजर पंखे पर चली गई। पंखा काफी तेज गति से चल रहा था। तभी एक अंग्रेज बोला, ‘‘यदि तुम पंखुडिय़ों की सही सं या नहीं बता पाए तो इस इंटरव्यू में फेल हो जाओगे।’’ एक और सदस्य बोला, ‘‘भारतीयों में बुद्धि होती ही कहां है?’’

उनकी बातें सुन कर सुभाष निर्भीकता से बोले, ‘‘अगर मैंने इसका सही जवाब दे दिया तो आप भी मुझसे दूसरा प्रश्र नहीं पूछ पाएंगे और साथ ही मेरे सामने यह भी स्वीकार करेंगे कि भारतीय न सिर्फ बुद्धिमान होते हैं बल्कि वे निर्भीकता और धैर्य से हर प्रश्न का हर खोज लेते हैं।’’ अंग्रेजों ने उनकी बात मान ली और उन्हें उत्तर देने के लिए कहा।
 
इसके बाद सुभाष  तेजी से अपने स्थान से उठे। उन्होंने चलता पंखा बंद कर दिया औरपंखा रुकते ही पंखुड़ियों की सं या गिन ली। इसके बाद पंखुडिय़ों की सही सं या उन्होंने अधिकारियों को बता दी।
सुभाष की विलक्षण बुद्धि, सामयिक सूझबूझ और साहस को देख कर इंटरव्यू बोर्ड के सदस्यों के सिर शर्म से झुक गए। वे फिर उनसे आगे कोई प्रश्र नहीं पूछ पाए। उन्हें इस बात को भी स्वीकार करना पड़ा कि भारतीय साहस, बुद्धिमान और आत्मविश्वास से हर मुसीबत का हल खोज लेते हैं।

Jyoti

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