Inspirational Story: ‘बच्चे सब समझते हैं’

Thursday, Feb 18, 2021 - 05:51 PM (IST)

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बच्चे पार्क में खेल रहे थे। माता-पिता आसपास खड़े थे। आपस में बातों में व्यस्त थे। बच्चे लुकाछिपी खेल में मस्त थे। लुकाछिपी में मंटी ने ङ्क्षचकी को छुपा हुआ बता दिया। चिंकी पकड़ा गया। दोनों में कहासुनी हो गई। चिंकी ने मंटी की मम्मी को शिकायत कर दी। मंटी ने मेरे साथ चीटिंग की है। मंटी ने कहा ‘‘मैंने नहीं की है।’’

मंटी को मम्मी ने देख लिया था। मंटी को कहा, ‘‘चीटिंग नहीं बेटा। ’’ 

मंटी को गुस्सा आ गया। सब बच्चों के सामने मेरी बेइज्जती हो गई है। तुरन्त मम्मी को कहा, ‘‘मम्मी आप भी तो घर में दादा जी के साथ चीटिंग करती हो। जब डैडी घर नहीं होते। डैडी के सामने कुछ कहती हो बाद में कुछ और कहती हो।’’ 

तभी मोंटू बोल उठा, ‘‘मेरी मम्मी भी मेरी दादी के साथ ऐसा करती है।’’

मंटी की मम्मी सबके सामने चुप हो गई। वहां खड़ी सब औरतें चुप रह गईं। सोचने लगीं कि बच्चे सब समझते हैं। सबका चेहरा देखने वाला था।

‘बच्चे सब समझते हैं’
 

Jyoti

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