हर तरह की परिस्थिति के लिए रखें खुद को तैयार

Sunday, Feb 07, 2021 - 02:59 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
जहां आए दिन आंधी-तूफान आते रहते हों, कोई काम करने को तैयार नहीं होता था। एक दिन सामान्य कद का पतला-दुबला एक अधेड़ व्यक्ति किसान के पास पहुंचा। किसान ने उससे पूछा, ‘‘क्या तुम इन परिस्थितियों में काम कर सकते हो?’’ ‘‘हां, बस जब हवा चलती है तब मैं सोता हूं।’’ व्यक्ति ने उत्तर दिया।

किसान को उसका उत्तर थोड़ा अजीब लगा लेकिन उसने व्यक्ति को काम पर रख लिया। मजदूर मेहनती निकला। कुछ ही दिन बीते थे कि एक रात अचानक ही जोर-जोर से हवा बहने लगी। किसान समझ गया कि अब तूफान आने वाला है। वह तेजी से उठा और मजदूर के झोंपड़े की तरफ दौड़ा, ‘‘जल्दी उठो, देखते नहीं तूफान आने वाला है, इससे पहले कि सब कुछ तबाह हो जाए कटी फसलों को बांधकर ढक दो और बाड़े के गेट को भी रस्सियों से कस दो।’’ किसान चीखा।

मजदूर बड़े आराम से पलटा और बोला, ‘‘नहीं जनाब, मैंने आपसे पहले ही कहा था कि जब हवा चलती है तो मैं सोता हूं।’’ यह सुनकर किसान का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया। किसान खेत में पहुंचा और उसकी आंखें आश्चर्य से खुली रह गईं। फसल की गांठें अच्छी से बंधी हुई थीं और तिरपाल से ढंकी भी थीं। उसके गाय-बैल सुरक्षित बंधे हुए थे। मजदूर की कही बात किसान समझ गया कि हमें बुरे समय के लिए पहले से ही तैयारी करके रखनी चाहिए। -प्रस्तुति : संतोष चतुर्वेदी

Jyoti

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