नजरिया होगा Positive तो समस्याएं का हल करना होगा आसान

Thursday, May 07, 2020 - 06:13 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
एक व्यक्ति अपनी कार से कहीं जा रहा था। जब वह एक नदी के ऊपर से पुल पार कर रहा था तो उसने महसूस किया कि कार में कुछगड़बड़ है। उसने कार को रोककर देखा तो पाया कि उसका एक टायर पंक्चर हो गया है। वह हड़बड़ी में टायर बदलने लगा। जैसे ही उसने पहिए के नट खोलकर नीचे रखे जल्दबाजी में उसका पैर लगने से चारों नट लुढ़ककर नीचे बहती हुई नदी में जा गिरे। यह देखकर वह और भी परेशान हो उठा। तभी एक ग्रामीण उसके पास आया और बोला, साहब क्या हुआ? मैं कुछ मदद करूं? ग्रामीण के इतना कहते ही उस व्यक्ति ने कहा, मेरी कार का टायर पंक्चर हो गया है और चारों नट नदी में गिर गए हैं। बताओ इसमें आप मेरी क्या मदद करोगे ?

ग्रामीण ने अत्यंत विनप्रतापूर्वक कहा, ऐसा करो साहब तीनों पहियों में से एक-एक नट खोलकर चौथे पहिए में लगा लो। आगे 4-5 किलोमीटर की दूरी पर एक कार गैराज है। गैराज तक आसानी से पहुंच जाओगे। बस गाड़ी थोड़ा धीरे चलाना। कार वाले व्यक्ति ने अब थोड़ा विनप्र होः कहा, भाई साहब, आपने तो बड़ा अच्छा सुझाव दिया लेकिन यह बात मेरी समझ में क्‍यों नहीं आई ?

ग्रामीण सहजता से बोला, आप परेशान थे और परेशानी के बारे में ही सोच रहे थे। मैं परेशान नहीं था, सो मैं समस्या का हल सोचने लगा। वैसे तो किसी समस्या के आने पर हम सभी हल ही खोजने का प्रयास करते हैं लेकिन तनाव और बदहवासी के कारण सही हल नहीं खोज पाते। अब क्या होगा ? यह कहने बजाए सोचें कि अब क्या करना है ? इसके लिए समस्या का अच्छी तरह से विश्लेषण करने के बाद यदि विस्तार से विकल्पों पर विचार करेंगे तो कोई न कोई कारगर विकल्प मिल ही जाएगा। जब हमें स्वयं समस्या का सही हल नहीं सूझ रहा हो दूसरे लोगों से मदद लेने में हिचकिचाना नहीं चाहिए। समस्याओं के प्रति संतुलित व सकारात्मक दृष्टि रखकर उन्हें हल करने का प्रयास करेंगे तो समस्या की जटिलता भी नहीं बढ़ेगी और उनका समाधान करना भी अपेक्षाकृत सरल हो जाएगा।

Jyoti

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