मां लक्ष्मी का अनूठा मंदिर, जहां दिन में तीन बार रंग बदलती है प्रतिमा

Saturday, May 27, 2017 - 12:53 PM (IST)

जिस पर मां लक्ष्मी की कृपा हो जाती है उसके बारे न्यारे हो जाते हैं, लेकिन देवी रूठ जाए तो भाग्य के दरवाजे बंद हो जाते हैं। मध्य प्रदेश के जबलपुर में मां लक्ष्मी का मंदिर स्थित है। इस मंदिर का निर्माण गोंडवाना शासन में रानी दुर्गावती के विशेष सेवापति रहे दीवान अधार सिंह के नाम से बने अधारताल तालाब में करवाया गया था।  

इसे पचमठा मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। अमावस्या की रात यहां भक्तों का तांता लगा रहता है। किसी समय यह मंदिर तांत्रिकों के लिए साीधना का केंद्र हुआ करता था। मंदिर के अंदरुनी भाग में चारों अोर श्रीयंत्र की अनूठी संरचना की गई है। मंदिर की खास बात यह है कि आज भी सूरज की पहली किरण मां लक्ष्मी की प्रतिमा के चरणों को स्पर्श करती है। 

कहा जाता है कि मंदिर में स्थापित मां लक्ष्मी की प्रतिमा दिन में तीन बार रंग बदलती है। प्रात: काल में प्रतिमा सफेद, दोपहर में पीली और शाम को नीली हो जाती है। मंदिर का निर्माण करीब 11 वर्ष पूर्व करवाया गया था। मंदिर में हर शुक्रवार मां के दर्शनों हेतु भक्तों की भीड़ उमड़ती है। कहा जाता है कि सात शुक्रवार यहां आकर मां के दर्शन करने से संपूर्ण मनोकामनाएं पूर्ण होती है। रात को छोड़कर हर समय मंदिर के कपाट खुले रहते हैं। 

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