क्या शीशे से जुड़ा है आपका सौभाग्य, जानिए इस तथ्य की सच्चाई!

Sunday, Jun 19, 2022 - 10:08 AM (IST)

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वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में रखी हर चीज़ वहां रहने वालों के जीवन को प्रभावित करती है इसलिए कहा जाता है हर व्यक्ति को अपने घर में किसी भी वस्तु को रखते टाइम वास्तु शास्त्र के नियमों का ध्यान ज़रूर रखना चाहिए। तो चलिए आज जानते हैं वास्तु शास्त्र में बताई गई एक ऐसी चीज़ के बारे में जिसे घर में गलत दिशा आदि में रखने से घर-परिवार के सदस्यों पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है। बता दें हम बात कर रहे हैं शीशे की, जो लगभग हर घर में किसी न किसी प्रकार में होता ही हैं। कहीं बड़ा तो कही छोटा। वास्तु शास्त्र में इससे जुड़ी कई तरह की जानकारी बताई गई है। तो वहीं इसमें इससे जुड़े कई प्रश्न के सवाल भी मौजूद हैं। जैसे की क्या शीशे और सौभाग्य का कोई संबंध होता है? क्या घर की दीवार पर टंगा हुआ आईना दुर्भाग्य का कारण बन सकता है? आखिर किन चीजों को नजरअंदाज करने पर शीशा आपके दु:ख कारण बन जाता है? तो अगर आप भी इन सवालों का जवाब पाना चाहते हैं तो आगे दी गई जानकारी को जरूर पढ़ें। 



वास्तु के अनुसार सही जगह पर लगा आईना जहां आपकी तरक्की का कारण बनता है तो वहीं गलत जगह पर लगा या फिर टूटा-चटका हुआ शीशा आपके घर की ऊर्जा के प्रवाह को प्रभावित करता है। गलत दिशा पर लगा आईना नकारात्मक ऊर्जा पैदा करता है। ऐसे में आईना लगाते समय कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी होता है।

आईना लगाते समय उसकी दिशा का विशेष ध्यान रखें। जैसे सकारात्मक ऊर्जा पाने के लिए शीशा को हमेशा पूर्व और उत्तर वाली दीवारों पर इस प्रकार लगाना चाहिए कि देखने वाले का मुख पूर्व या उत्तर में रहे। आईने से जुड़े इस वास्तु के नियम को अपनाने से जीवन में उन्नति एवं धन लाभ के अवसर बढ़ जाते हैं।

शीशा खरीदते समय इस बात का विशेष ध्यान रखें कि इसमें चेहरा साफ, स्पष्ट व वास्तविक दिखाई दे। धुंधला चेहरा दिखाने वाले आईना से व्यक्ति के जीवन पर बुरा प्रभाव पड़ता है और रोगों में वृद्धि होती है और यदि घर में आईना उत्तर-पूर्व दिशा हो तो परिवार के लोगों की आय में वृद्धि होने के योग बनने लगते हैं।



घर में दक्षिण पूर्व दिशा, उत्तर-पश्चिम दिशा और दक्षिण-पश्चिम दिशा की दीवारों पर लगे हुए शीशा अशुभ फल देते हैं। इसलिए इन्हें यहां से हटा देना चाहिए, अगर हटाना संभव न हो तो उपयोग न होने पर इन्हें ढक दें। तो वहीं कमरे में दरवाजे के अंदर की ओर शीशा नहीं लगाना चाहिए। अगर दरवाजा उत्तर दिशा की ओर हो तो शीशा लगाया जा सकता है।

वास्तु के अनुसार घर में लगे दर्पणों से एक प्रकार की ऊर्जा बाहर निकलती है। ये ऊर्जा कितनी अच्छी या कितनी अधिक खराब हो सकती है, ये इस बात पर निर्भर करता है कि शीशा किस स्थान पर लगा हुआ है।

शीशा का अशुभ असर कम करने के लिए उन्हें ढक कर रखना चाहिए। अगर आप चाहें तो आईना अलमारियों के अंदर भी लगवा सकते हैं। बेडरूम में दरवाजे के सामने शीशा लगाना शुभ होता है। लेकिन भूल कर भी मुख्य द्वार के सामने शीशा न लगाएं, इससे हानि होती है। वास्तु विज्ञान के अनुसार मुख्य द्वार के सामने शीशा लगाने से सकारात्मक ऊर्जा टकराकर वापिस लौट जाती है। साथ ही इससे दांपत्य जीवन में विश्वास की कमी आती है व आपसी मतभेद बढ़ता है। घर में जहां भी शीशा लगा हो, उसमें शुभ वस्तुओं का प्रतिबिंब दिखते रहना चाहिए। 


 

Jyoti

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