Mercury Transit in Gemini: 6 जून को स्वराशि मिथुन में आएंगे बुध, 6 राशियों को मिलेगा मोटा मुनाफा
punjabkesari.in Monday, Jun 02, 2025 - 05:01 PM (IST)
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Mercury Transit in Gemini: बुध एक ऐसे ग्रह हैं जो नॉर्मली अस्त हो जाते हैं क्योंकि बुध सूर्य के सबसे करीब हैं और हमेशा किसी भी कुंडली में सूर्य के साथ ही नजर आएंगे या सूर्य के एक घर पहले या एक घर आगे नजर आएंगे। सूर्य के साथ रहने के कारण अस्त भी ज्यादा हो जाते हैं क्योंकि ये इनर सर्किट के प्लनेट है, इसका असर धरती के ऊपर बहुत ज्यादा पड़ता है। यह बुद्धि के कारक हैं, जब जब-जब राशि बदलते हैं जब-जब नक्षत्र बदलते हैं उसका आपके ऊपर असर पड़ता है। तो बुध राशि बदल रहे हैं 6 जून को। 6 जून को राशि बदलेंगे और 22 जून तक बुध अपनी राशि यानी कि मिथुन में रहेंगे।
वृषभ राशि: तो जब मिथुन राशि में बुध आएंगे तो सबसे पहले तो वृषभ राशि के जातकों के लिए बुध दूसरे भाव में आ जाएंगे। वृषभ राशि के जातकों के लिए बुध का दूसरे भाव में गोचर करना अच्छा है क्योंकि यह धन का भाव है। यहां पर आकर धन के भाव को बुध मजबूती देंगे क्योंकि वहां पर अपनी राशि पड़ी हुई है। तो यह गोचर निश्चित तौर पर वृषभ राशि के जातकों के लिए अच्छा है। जो वृषभ राशि के जातक हैं उनके लिए बुध की दूसरी राशि वह पंचम भाव में आ जाती है। पंचम भाव इजी गेंस, स्टेट ऑफ माइंड, लव अफेयर का भाव होता है। शादी से पहले होने वाली इंगेजमेंट फ़िफ़्थ हाउस से देखी जाती है। हायर स्टडीज़ यहां से देखी जाती है, इसके कारक गुरु होते हैं। तो निश्चित तौर पर इस भाव के अच्छे रिजल्ट भी आपको मिलेंगे। जब बुध अपनी अच्छी राशि में अपनी राशि में दूसरे भाव में गोचर करेंगे क्योंकि बुध का दूसरे भाव का गोचर अच्छा होता है।
सिंह राशि: सिंह राशि के जातकों के लिए बुध का गोचर होगा 11वें भाव में।11वें का बुध का गोचर वैसे ही अच्छा है। 11वां आय स्थान भी है सिंह राशि के लिए धन स्थान भी है। यानी कि आय स्थान और धन स्थान दोनों का स्वामी शुभ गोचर में चला गया तो निश्चित तौर पर आपके लिए अच्छी खबर पैसे के मामले में सुनने को जरूर मिल सकती है। संतान पक्ष से आपको अच्छी खबर आ सकती है। कोई ऐसा पैसा आ सकता है जो आपके लिए ईजी मनी बन जाए। जहां पर सीधी दृष्टि पंचम को एक्टिवेट कर रही है। जो कपल्स मैरिड नहीं है लेकिन कपल्स हैं जिनकी आपस में कहीं न कहीं रिलेशनशिप है वो कपल्स अच्छा समय बिता सकते हैं। फिफ्थ हाउस आपके लव अफेयर, रिलेशनशिप का भाव होता है।
कन्या राशि: कन्या बुध की मूल त्रिकोण राशि है। यहां पर यह गोचर दशम भाव में होगा। दशम का गोचर बुध का काफी अच्छा होता है क्योंकि बुध इस भाव के कारक हैं और यहां पर जब बुध बैठे हैं खुद तो निश्चित तौर पर कारोबार में वृद्धि का काम करेंगे। यहां यदि आप कहीं नौकरी करते हैं तो वहां पर आपका प्रभाव बढ़ता हुआ नजर आएगा। बुध यहां पर बैठेंगे तो सीधी दृष्टि से फोर्थ हाउस को देखेंगे। कोई काम फंसा हुआ है तो वहां पर काम बन सकता है।
वृश्चिक राशि: वृश्चिक राशि के जातकों के लिए यह गोचर होगा अष्टम भाव में। अष्टम का बुध का गोचर अच्छा होता है। अष्टम क्योंकि रिसर्च का भाव है। रिसर्च से जुड़े जितने भी स्टूडेंट्स हैं, उनके लिए यह गोचर निश्चित तौर पर अच्छा फल लेकर आएगा। यहां पर बुध देखेंगे तो सीधी दृष्टि से धन भाव को देखेंगे। वृश्चिक राशि के जातकों के लिए धन भाव से संबंधित फल अच्छे हो जाएंगे। इस राशि के जातकों के लिए बुध की मूल त्रिकोण राशि 11वें भाव में आती है, जो आय का भाव है। आय भाव का स्वामी अष्टम भाव में चले जाना शुभ गोचर में चले जाना, अपने से 10वें में चले जाना केंद्र में चले जाना, निश्चित तौर पर आय के लिहाज से अच्छा है। यहां पर आय में वृद्धि हो सकती है। इच्छाओं की पूर्ति का वह भाव होता है, 11वां भाव इच्छाओं की पूर्ति हो सकती है। जिनका प्रमोशन लटका हुआ है, उनको प्रमोशन से जुड़ी अच्छी खबर सुनने को मिल सकती है।
मकर राशि: मकर राशि के जातकों के लिए बुध का गोचर होगा आपका छठे भाव में। छठे भाव में बुध के गोचर का मतलब है, बुध यहां पर काल पुरुष की कुंडली में उच्च के हो जाते हैं। यहां पर बुध का गोचर छठे भाव में होने का मतलब है कि भाग्य स्थान का स्वामी शुभ गोचर में आ गया। मकर राशि के जातकों के लिए कन्या राशि वह भाग्य स्थान में आ जाती है। कन्या राशि का भाग्य स्थान में आना और उसका स्वामी का छठे भाव में गोचर करना निश्चित तौर पर आपके लिए भाग्य को जगाने वाला काम करेगा। कुछ काम आपके फंसे हुए हैं वहां पर आपको मदद मिल सकती है। छठा भाव रोग, ऋण, शत्रु का भाव है। कोई कोर्ट केस चल रहा है, वहां पर आपकी हेल्प हो सकती है। यदि कोई फिजिकल दिक्कत है, वहां पर चीजें ठीक हो सकती हैं। यदि कोई कर्ज वाली स्थिति है तो वहां पर चीजें आपके पक्ष में जाती हुई नजर आ सकती हैं। कर्ज थोड़ा सा हल्का होता हुआ नजर आएगा। यहां पर बैठेंगे तो बुध सीधा 12वें भाव को देखेंगे। जिनका काम विदेश से जुड़ा हुआ है, उनको विदेश से संबंधित कार्यों में भी सफलता मिलती हुई नजर आ सकती है। यह मकर राशि के जातकों के लिए यह गोचर निश्चित तौर पर अच्छा होने जा रहा है।
मीन राशि: मीन राशि के जातकों के लिए बुध यहां पर गोचर करेंगे चौथे भाव में। चौथे भाव का बुध का गोचर अच्छा है। मीन राशि के लिए बुध दो केंद्रों के स्वामी हो जाएंगे यानी कि सप्तम में भी बुध की कन्या राशि आएगी। फोर्थ हाउस में बुध की आ जाएगी, आपकी मिथुन राशि जहां से बुध का गोचर होगा। बुध यहां पर बैठेंगे तो सीधी दृष्टि देंगे आपके कर्म स्थान को। बुध कर्म स्थान के कारक होते हैं, बुध सप्तम के स्वामी हैं आपके लिए। सप्तम दशम का दशम होता है। यानी कि कारोबार के लिहाज से जितने भी मीन राशि के जातक हैं, उनके लिए कारोबार के लिहाज से यह गोचर 16 दिन का ही है। तो वह गोचर आपके लिए निश्चित तौर पर अच्छा होने जा रहा है। पार्टनर के लिहाज से भी अच्छा है क्योंकि पार्टनर का भाव उसका स्वामी अपने ही केंद्र में बैठ गया। सुख स्थान में बैठ गया है तो निश्चित तौर पर पार्टनर से भी आपको अच्छी खबर सुनने को मिल सकती है। भले ही वह लाइफ पार्टनर है या आपका बिजनेस पार्टनर है। तो यहां पर मीन राशि के जातकों के लिए बुध का गोचर निश्चित तौर पर अच्छा होने जा रहा है।
नरेश कुमार
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