मक्का मदीना: यहां जाने से खुलता है जन्नत का रास्ता (Watch Pics)

Thursday, Dec 01, 2016 - 02:30 PM (IST)

मक्का मदीना सऊदी अरब के हेजाज प्रांत में एक प्रमुख मुस्लिम तीर्थ स्थल है। मक्का में पवित्र काबा है, जिसकी परिक्रमा कर हर मुसलमान अपने गुनाहों से आजाद हो जाता है। यह भी माना जाता है कि यहां आने से जन्नत का रास्ता खुल जाता है। यही वह स्थान होता है, जहां हज यात्रा संपन्न होती है। 

 

मक्का की आधारशिला आज से लगभग 1400 वर्ष पूर्व मोहम्मद पैगंबर साहब के द्वारा की गई थी। यह बाहर से देखने में एक चौकोर कमरानुमा इमारत दिखाई देती है। यह ग्रेनाइट का बना है। जो 40 फुट लंबा अौर 33 फुट चौड़ा है। इसमें कोई खिड़की नहीं है बल्कि एक दरवाजा है। इस इमारत पर काला लिहाफ चढ़ा हुआ है। इसके चारों तरफ मस्जिद बनी हुई है, जिसमें हज के लिए आने वाले मुस्लिम लोग अल्लाह की इबादत करते हैं। यहां एक कुआं भी है। जिसका पानी कभी सूखता नहीं है। जायरीनों के लिए चौबीसों घंटे इस कुएं से पानी निकाला जाता है। 

 

इस्लामी परंपरा के अनुसार मक्का की शुरुआत इश्माइल वंश ने की थी। माना जाता है कि यह वह स्थान है, जहां पैगम्बर साहब का जन्म 571 ई में हुआ था। उसके बाद मक्कावासियों में झगड़ा हो जाने के कारण पैगम्बर मुहम्मद साहब 622 ई. में मक्का छोड़कर मदीना चले गए थे। अरबी भाषा में सफर करने को हिजरत कहते हैं। यहीं से सवंत हिजरी का आरंभ हुआ। कहा जाता है कि पैगम्बर साहब ने मूर्ति पूजा का खडंन करते हुए यहां इस्लाम धर्म की स्थापना की थी। इसके बाद से यह स्थान इस्लाम धर्म के लोगों के लिए जन्नत तक पहुंचने का रास्ता तथा पवित्र तीर्थ बन गया। 

 

कहा जाता है कि पैगम्बर साहब ने शिष्यों को पापों से मुक्ति पाने के लिए जीवन में कम से कम एक बार मक्का आना आवश्यक बताया था। जिसे हज के नाम से जाना जाता है। विश्व के कोने-कोने से यहां लोग आते हैं। 
 

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