Mauni Amavasya: आज सूरज ढलने के बाद जलाएं दीपक, प्रसन्न होकर पितृ देंगे आशीर्वाद

Friday, Feb 09, 2024 - 07:54 AM (IST)

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Mauni Amavasya 2024: हिंदू धर्म में हर तिथि का अपना महत्व है। ऐसे ही हर माह में आने वाली अमावस्या तिथि पितरों को समर्पित होती है। इस साल की पहली माघ अमावस्या 9 फरवरी 2024, शुक्रवार को है। इसे मौनी अमावस्या के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन स्नान-दान करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है। मौनी अमावस्या पर पितरों को भी खुश करने का विधान है क्योंकि मौनी अमावस्या के दिन पितृ लोक से धरती पर आते हैं। वंशजों द्वारा किए गए छोटे-मोटे उपाय पितरों को तृप्त करते हैं। जब पितर तृप्त नहीं होते तो वह दुखी हो जाते हैं और वंशजों को श्राप देते हैं। इससे उनके जीवन में कई तरह की परेशानियां आने लगती हैं। मौनी अमावस्या के दिन पितरों को तर्पण, दान और श्राद्ध आदि करने के साथ दीप जलाने का भी विशेष महत्व माना जाता है। तो आइए जानते हैं कि पितरों के लिए दीपक कब और कहां जलाएं और जानें दीपक जलाने का महत्व-

Mauni Amavasya: आज सूरज ढलने के बाद जलाएं दीपक, प्रसन्न होकर पितृ देंगे आशीर्वाद

आज का पंचांग- 9 फरवरी, 2024

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When is mauni amavasya मौनी अमावस्या कब है
माघ अमावस्या के दिन ही मौनी अमावस्या का पावन पर्व होता है।
माघ अमावस्या तिथि आरंभ: 9 फरवरी, शुक्रवार, सुबह 08:02 बजे
माघ अमावस्या तिथि की समाप्ति: 10 फरवरी, शनिवार, प्रातः 04 बजकर 28 मिनट पर
मौनी अमावस्या का पावन पर्व: 9 फरवरी, शुक्रवार


Where to light lamps for ancestors on Mauni Amavasya मौनी अमावस्या पर पितरों के लिए कहां जलाएं दीपक
हिंदू पंचांग के अनुसार मौनी अमावस्या के दिन सूर्योदय 07 बजकर 05 मिनट पर और सूर्यास्त 06 बजकर 06 मिनट पर होगा। ऐसे में आपको पितरों के लिए दीपक अंधेरा होने से पहले ही जलाना चाहिए। इस दिन पितरों के लिए दीप किसी भी पीपल के पेड़ के नीचे या घर की दक्षिण दिशा में जलाएं। इससे आपके पृित खुश होंगे और आपको आशीर्वाद देंगे।


Importance of lighting a lamp on Mauni Amavasya मौनी अमावस्या पर दीपक जलाने का महत्व
मौनी अमावस्या पर दीपक जलाने का भी अपना एक अलग महत्व है। मान्यताओं के अनुसार, मौनी अमावस्या की शाम पितर धरती लोक से वापस पितृ लोक जाते हैं। माना जाता है कि पितरों के रास्ते में अंधेरा न हो, इसलिए दीपक जलाया जाता है।

How to light a lamp for ancestors कैसे जलाएं पितरों के लिए दीपक
मौनी अमावस्या वाले दिन मिट्टी का दीपक लें। इसे पानी से साफ करके सूखा लें। शाम के समय उस दीपक में सरसों का तेल भर दें। इसमें रूई की बाती लगाएं। फिर अपने पितरों को याद करके दीपक जला दें। पितृ पक्ष के दौरान आप पितरों के लिए दीपक जला सकते हैं। पितरों को प्रसन्न करने से सुख, शांति, समृद्धि, धन, दौलत, वंश, यश, कीर्ति आदि की प्राप्ति होती है।

Niyati Bhandari

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