Mauni Amavasya 2022: कब है मौनी अमावस्या ? जानें तिथि और मुहूर्त

Monday, Jan 24, 2022 - 09:07 AM (IST)

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Mauni Amavasya 2022 Date: हमारे शास्त्रों में अमावस्या का विशेष महत्व होता है। माघ माह के कृष्ण पक्ष में आने वाली अमावस्या को माघ अमावस्या या मौनी अमावस्या कहते हैं। मौनी अमावस्या के दिन सूर्य तथा चन्द्रमा गोचरवश मकर राशि में आते हैं इसलिए यह दिन एक संपूर्ण शक्ति से भरा हुआ और पावन अवसर बन जाता है। मकर राशि, सूर्य तथा चन्द्रमा का योग, इसी दिन होने से इस अमावस्या का महत्व और भी बढ़ जाता है।

Mauni Amavasya muhurat: मौनी अमावस्या तिथि एवं मुहूर्त के बारे में यह बताना चाहूंगा कि पंचांग के अनुसार, माघ माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि का प्रारंभ 31 जनवरी दिन सोमवार को देर रात 02 बजकर 18 मिनट पर हो रहा है, जो अगले दिन 01 फरवरी दिन मंगलवार को दिन में 11 बजकर 15 मिनट तक है। स्नान आदि कार्यक्रम सूर्योदय के समय से होता है इसलिए मौनी अमावस्या 01 फरवरी को है। इस दिन ही नदियों में स्नान होगा।

Mauni Amavasya significance: ऐसी मान्यता है कि मौनी अमावस्या के दिन मनु ऋषि का जन्म हुआ था इसलिए भी इस अमावस्या को मौनी अमावस्या कहा जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, मुनि शब्द से मौनी की उत्पत्ति हुई है इसलिए इस दिन मौन रहने वाले व्यक्ति को मुनि पद की प्राप्ति होती है। मौनी अमावस्या के व्रत में मौन धारण करने का विशेष महत्व बताया जाता है। शास्त्रों के अनुसार, मुंह से ईश्वर का जाप करने से जितना पुण्य मिलता है, उससे कहीं गुना ज्यादा पुण्य मौन रहकर जाप करने से मिलता है। अगर दान से पहले सवा घंटे तक मौन रख लिया जाए तो दान का फल 16 गुना अधिक बढ़ जाता है और मौन धारण कर व्रत का समापन करने वाले को मुनि पद की प्राप्ति होती है।

Amavasya 2022 february: अगर मौन रहना संभव न हो तो माघ अमावस्या के दिन कटु वचनों को नहीं बोलना चाहिए। वैदिक ज्योतिष में चंद्रमा को मन का कारक कहा गया है। अमावस्या के दिन चंद्र देव के दर्शन नहीं होते हैं। इससे मन की स्थिति कमजोर रहती है इसलिए अमावस्या के दिन मौन व्रत रखकर मन को संयम में रखने का विधान बताया गया है।

गुरमीत बेदी
gurmitbedi@gmail.com

Niyati Bhandari

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