Kundli Tv- इस विधि से करें माता महालक्ष्मी व्रत का उद्यापन

Tuesday, Oct 02, 2018 - 09:31 AM (IST)

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आज मंगलवार दिनांक 02.10.18 को आश्विन कृष्ण अष्टमी पर सुरैया महालक्ष्मी पर्व का समापन होगा। भाद्रपद राधा अष्टमी से आश्विन कालाष्टमी तक इन 16 दिनों को सुरैया काल कहते हैं क्योंकि ये समय जीवन को सुरों से सजाकर गुप्त रूप से समृद्धि व संपन्नता देता है। आज का दिन यक्ष आर्थर कुबेर व योगिनी अर्थात लक्ष्मी की गुप्त साधना के लिए सर्वश्रेष्ठ है। शास्त्रों ने महालक्ष्मी के 16 कलाओं से युक्त षोडशी स्वरूप को श्री विद्या कहा है। 16 वर्षीय त्रिनेत्री षोडशी देवी चतुर्भुजी हैं, जो वर, अभय, ज्ञान व तप की मुद्रा धारण करती हैं। कमलासन पर "क" आकार में विराजित राजराजेश्वरी, महात्रिपुरसुंदरी, ललिता रूप में स्वयं अष्टलक्ष्मी में से एक गजलक्ष्मी है। आज गजलक्ष्मी के विशेष व्रत, पूजन व उपाय से आर्थिक संकट दूर होंगे।

स्पेशल पूजन विधि: चौकी पर लाल वस्त्र बिछाकर केसर-चंदन से रंगे अक्षत से अष्टदल बनाकर कलश स्थापित करें, फिर उस पर कुबेर यंत्र रखें। साथ ही मिट्टी से बने 2 हाथियों संग गजलक्ष्मी का चित्र रखें। गजलक्ष्मी का षोडशोपचार पूजन करें। गौघृत का दीप व सुगंधित धूप करें, रोली, चंदन, ताल, पत्र, दूर्वा, इत्र, सुपारी, नारियल व कमल पुष्प चढ़ाएं। नैवेद्य में गेहूं के आटे से बना मीठा रोट चढ़ाएं व 16 श्रृंगार चढ़ाएं। हल्दी से रंगे 16-16 सूत के 16 सगड़े बनाकर हर सगड़े पर 16 गांठे देकर गजलक्ष्मी पर चढ़ाएं। इस व्रत में 16 बोल की कथा 16 बार कहें व कमलगट्टे की माला से खास मंत्र का 16 माला जाप करें।

स्पेशल मुहूर्त: शाम 16:40 से शाम 17:40 तक।
सोलह बोल की कथा: अमोती दमो तीरानी, पोला पर ऊचो सो परपाटन गांव जहां के राजा मगर सेन दमयंती रानी, कहे कहानी। सुनो हो महालक्ष्मी देवी रानी, हम से कहते तुम से सुनते सोलह बोल की कहानी॥
स्पेशल मंत्र: ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं गजलक्ष्म्यै नमः॥

स्पेशल टोटका:
आर्थिक संकट दूर करने के लिए:
देवी गजलक्ष्मी पर 16 कमलगट्टे चढ़ाकर तिजोरी में रखें।

गुड हेल्थ के लिए: गजलक्ष्मी पर चढ़े सिंदूर से तिलक करें। 

गुडलक के लिए: गजलक्ष्मी पर चढ़े मोती शंख संभाल कर रखें। 

विवाद टालने के लिए: गजलक्ष्मी पर अमरूद चढ़ाकर किसी बच्चे को दान करें।  

नुकसान से बचने के लिए: गजलक्ष्मी पर गुलाब के फूल चढ़ाएं।

प्रोफेशनल सक्सेस के लिए: गजलक्ष्मी पर लाल गुड़हल का फूल चढ़ाएं।  

एजुकेशन में सक्सेस के लिए: गजलक्ष्मी पर चढ़े सिंदूर से नोटबुक पर "श्रीं" लिखें। 

बिज़नेस में सफलता के लिए: गजलक्ष्मी पर चढ़ी पीली कौड़ी गल्ले में रखें। 

पारिवारिक खुशहाली के लिए: कर्पूर से गुगल जलाकर गजलक्ष्मी की आरती करें।

लव लाइफ में सक्सेस के लिए: गजलक्ष्मी पर चमेली का इत्र चढ़ाएं। 

मैरिड लाइफ में सक्सेस के लिए: दंपत्ति गजलक्ष्मी पर इमरती चढ़ाएं।

आचार्य कमल नंदलाल
ईमेल: kamal.nandlal@gmail.com

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Niyati Bhandari

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