तुला राशि में हुआ मंगल का आगमन, इन राशियों की बदलेगी किस्मत

Tuesday, Nov 12, 2019 - 12:12 PM (IST)

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मंगल ग्रह को नवग्रहों सेनापति का पद प्राप्त है। मंगल ग्रह मुख्यत: साहस, वीरता, शौर्य, शक्ति, क्रोध सेनापति, युद्ध, शत्रु अस्त्र-शस्त्र, दुर्घटना, भूमि, अचल सम्पत्ति, छोटे भाई बहनों, वैज्ञानिक, डाक्टर्स, यान्त्रिक कार्यों, पुलिस, सेना, सिर, दुर्घटना, जलना, घाव, शल्य क्रिया, आप्रेशन, उच्च रक्तचाप, गर्भपात इत्यादि का कारक होता है। इसके अतिरिक्त मंगल ग्रह ऊर्जा, शक्ति, जोश और पराक्रम भी देखा जाता है।  साहस और उग्रता अधिक होने से इस ग्रह को क्रूर ग्रह या पापी ग्रह भी कहा जाता है।

मंगल को मेष और वृश्चिक दो राशियों का स्वामित्व प्राप्त है तथा मंगल मकर राशि में उच्च एवं कर्क राशि में नीचस्थ होता है। जन्मपत्री में मंगल की विशेष स्थिति मंगल योग का निर्माण करती है। किसी कार्य में पहल करने की योग्यता मंगल ग्रह ही देता है। जिस प्रकार एक युद्ध में सेनापति अपनी सेना की सफलता और असफलता को अपने नेतृत्व गुण से निर्धारित करता है, ठीक उसी प्रकार जीवन युद्ध में व्यक्ति की सफलता और असफलता बहुत हद तक मंगल की स्थिति पर निर्भर करती है। साहस के साथ जीवन की समस्याओं का सामना करना और उनका हल निकालने का कार्य भी मंगल ग्रह ही करता है।

इस बार मंगल 10 नवम्बर 2019 को दोपहर 02.21 तक कन्या राशि में फिर तुला राशि में रहेंगे जो 25 दिसम्बर 2019 को रात्रि 09.27 तक इसी राशि में स्थित रहेंगे। 10 नवम्बर से 20 नवम्बर तक चित्रा नक्षत्र में रहेंगे जो मंगल का नक्षत्र है। 20 नवम्बर से 10 दिसम्बर तक स्वाति नक्षत्र में रहेंगे जो राहू का नक्षत्र है। 10 दिसम्बर से 25 दिसम्बर तक विशाखा नक्षत्र में रहेंगे जो गुरु का ही नक्षत्र है। जानते हैं मंगल के तुला राशि में परिवर्तन का सभी राशियों पर प्रभाव:

मेष : मंगल आपकी राशि व आठवें भाव के स्वामी हैं और इनका गोचर आपके सातवें मतलब विवाह भाव पर होने वाला है। इस स्थिति में आपको अपने जीवन साथी पर क्रोध करने से बचना होगा, अत्यधिक क्रोध से वैवाहिक जीवन में तनाव बढ़ सकता है। यहां मंगल की युति सूर्य और बुध के साथ होने वाली हैं, ऐसे में आप अपने प्रेम संबंधों को विवाह का रूप देने का प्रयास कर सकते हैं। करियर में कुछ सफलता मिलने वाली है। व्यक्तिगत जीवन तनावपूर्ण रहेगा। शादीशुदा दम्पतियों के बीच लड़ाई-झगड़े हो सकते हैं तथा जीवनसाथी की सेहत में गिरावट परेशान कर सकती है। बच्चों को भी परेशानियां उठानी पड़ सकती हैं। हालांकि मां को इस समय का पूर्ण लाभ मिलेगा।

वृषभ : मंगल सातवें और बारहवें भाव के स्वामी हैं और गोचर में इस समय आपके छठे भाव पर रहेंगे। इस दौरान आपके द्वारा किए गए प्रयास सफल होंगे और लाभ प्राप्त होगा। विरोधियों को हराकर आप अपने क्षेत्र में आगे बढ़ सकेंगे। छोटी-मोटी परेशानियां हो सकती हैं, अन्यथा सेहत ठीक रहेगी। आर्थिक स्थिति काफी अच्छी होगी। सरकारी नीतियों से लाभ मिल सकता है। आत्म सम्मान में वृद्धि होगी और जीवन में सुख-शांति व समृद्धि बनी रहेगी। व्ययों पर नियंत्रण इस समय आपको रखना होगा। भाग्य के भरोसे रहने की बजाय आगे बढ़कर स्वयं परेशानियों का हल निकालने की कोशिशें सफल रहेंगी।


मिथुन : मंगल छठे व 11वें भाव के स्वामी होकर पांचवें भाव में विराजित है। आपकी राशि  से मंगल पांचवें भाव में प्रवेश करेगा। इस गोचर के दौरान आर्थिक लाभ होगा। साथी के साथ मतभेद के कारण प्रेम संबंधों में परेशानी व तनाव उत्पन्न हो सकता है। बच्चों को भी किसी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। लेकिन जीवनसाथी को इस समय का लाभ प्राप्त होगा। आपको इस दौरान कर्जों से मुक्ति मिलेगी साथ ही आप जॉब चेंज का प्लान भी बना सकते हैं। मित्रेश सूर्य के साथ होने से इस समय आप किसी मित्रता को प्रेम संबंधों में बदलते नजर आएंगे। अत्यधिक जोखिम लेने से आपको बचना होगा। आय के पक्ष से समय उत्तम बना हुआ है।


कर्क : मंगल 5वें हाऊस व 10वें हाऊस के स्वामी होकर चौथे हाऊस में विराजित है। आपकी राशि से मंगल चौथे भाव में गोचर करेगा। सरकारी फायदे जैसे घर, गाड़ी आदि सुविधाओं का लाभ इस दौरान प्राप्त कर सकते हैं। वहीं आपके जीवन साथी को भी उच्च पद प्राप्त हो सकता है। सामाजिक छवि और ज्यादा बेहतर तरीके से उभरेगी। जीवन साथी पर व्यर्थ का क्रोध करने से बचें। स्नेह और सहनशक्ति से वैवाहिक जीवन की शांति को बनाए रखने में सफलता मिलेगी। कार्यभार की अधिकता आपकी परेशानियां बढ़ा सकती है। कार्यक्षेत्र में आपको नेतृत्व शक्ति दिखाने के अवसर बन सकते हैं।


सिंह : मंगल चौथे और नौवें भाव के स्वामी होकर तीसरे भाव में विराजित हैं। आपकी राशि से मंगल तीसरे भाव में प्रवेश करेगा। ऐसे में आपके साहस में कमी आ सकती है किंतु आप अपने संकल्प के प्रति अडिग रहेंगे। ये संकल्प आपको आपके विरोधियों से आगे लेकर जाएंगे। भाई-बंधुओं से मतभेद हो सकते हैं। जॉब चेंज का प्लान भी बन सकता है। इस दौरान आपको आर्थिक लाभ होगा। धार्मिक कार्यों में रुचि बढ़ेगी। यात्राओं का भी योग नजर आ रहा है। उच्चाधिकारियों व प्रख्यात लोगों से मिलने का मौका मिलेगा। प्रतियोगी परीक्षाओं में सम्मिलित होने वाले छात्रों को सफलता हासिल होगी। भाग्य आपके साथ बना हुआ है। कार्यक्षेत्र में विवाद से बचने का प्रयास करें।


कन्या : मंगल तीसरे और आठवें भाव के स्वामी होकर दूसरे भाव में विराजित है। आपकी राशि से मंगल दूसरे भाव में गोचर करेगा। इस बीच आपकी भाषा कठोर हो जाएगी जिसके चलते परिवार में विवाद हो सकते हैं। गलत विचारों के लोगों से सामना हो सकता है। आय वृद्धि होगी। नेत्र रोग, सिरदर्द, बुखार जैसी चीजें आपको परेशान कर सकती हैं। संतान से रिश्ते मजबूत और स्नेहपूर्ण बने रहें। इसका प्रयास आपको करना होगा। बच्चों पर नाराज होने की जगह उन्हें समझने का प्रयास करें। अचानक से कुछ घटित होगा, जो आपने सोचा भी नहीं होगा। पिता का आशीर्वाद लेकर महत्वपूर्ण कार्य करें, सफलता मिलेगी।


तुला : मंगल दूसरे और सातवें भाव के स्वामी होकर आपकी राशि में विराजित है। आपकी राशि में मगंल प्रथम भाव में गोचर कर स्थिर रहेगा। इस दौरान आपके कामों में रुकावटें आएंगी लेकिन धैर्य से काम करना बेहतर होगा। स्वभाव में क्रोध और घमंड की वृद्धि हो सकती है। शादीशुदा लोगों को आपसी टकराव होने से अलगाव की संभावना बन रही है। अचानक यात्रा के योग बन रहे हैं। सेहत बिगड़ने के भी आसार हैं। गोचर की इस पूर्ण अवधि में मानसिक तनाव बना रहेगा। करियर में उतार-चढ़ाव संभव है। अचल सम्पत्ति से जुड़े लेन-देन के लिए समय की अनुकूलता है। कोई नई सांझेदारी शुरू हो सकती है, कुछ नए करार और समझौते होने के भी शुभ योग बन रहे हैं।


वृश्चिक : मंगल आपकी राशि व छठे भाव के स्वामी होकर बारहवें भाव में विराजित है। आपकी राशि से मंगल 12वें भाव में आएगा। इस दौरान आपको स्वास्थ्य संबंधी छोटी-छोटी परेशानियां आ सकती हैं। लम्बी यात्रा का योग है, विदेश जाने का मौका भी मिल सकता है। खर्च अधिक होगा। दोस्तों के साथ कुछ संबंध बिगड़ सकते हैं। जीवन तनावग्रस्त रहेगा लेकिन आपको संयम व धैर्य से काम करने की जरूरत है। स्वास्थ्य में किसी भी प्रकार की कमी को अनदेखा करने से बचना होगा। विरोधी और रोग दोनों प्रभावी हो रहे हैं। दोनों पर नियंत्रण बनाए रखना होगा।  यह समय आपके लिए स्वास्थ्य और वैवाहिक जीवन के लिए कष्टकारी साबित हो सकता है।


धनु : मंगल पांचवें और बारहवें भाव के स्वामी होकर ग्यारहवें भाव में विराजित हैं। इस राशि वाले जातकों के लिए भी मगंल लाभेश की स्थिति का निर्माण कर रहे हैं। इस कारण मकर राशि के जातकों के लिए जनवरी 2019 से मार्च 2019 के बीच धन लाभ के अनेकों योग बनेंगे। बिजनैस से जुड़े लोगों के लिए भी यह समय अत्यंत लाभकारी होगा। नौकरी-पेशा लोगों के लिए उन्नति के अवसर हैं। व्ययों पर इस अवधि में आपका पूरा नियंत्रण रहेगा। छात्रों और संतान के लिए समय की अनुकूलता बनी हुई हैं। संतान की कामना कर रहे व्यक्तियों को संतान प्राप्ति के योग बन सकते हैं।


मकर : मंगल चौथे और ग्यारहवें भाव के स्वामी होकर दसवें भाव में विराजित है। आपकी राशि से मंगल दसवें भाव में गोचर करेगा।  इस गोचर के दौरान कार्यक्षेत्र पर तरक्की हासिल होगी। स्वभाव में घमंड बढ़ने से हानि हो सकती है और सरकारी नौकरी करने वालों को गोचर के दौरान लाभ मिल सकता है। आत्म-सम्मान में वृद्धि होगी और प्रशंसा के हकदार होंगे। कार्यों में व्यस्तता रहने के कारण परिवार को समय नहीं दे पाएंगे। मेहनत की तुलना में आय कुछ कम हो सकती है परन्तु आप सकारात्मक होकर कार्य करते रहें। सम्पत्ति लेन-देन का कार्य सहजता से किया जा सकता है।


कुंभ : मंगल तीसरे और दसवें भाव के स्वामी हैं। नौवें भाव में विराजित हैं। आपकी राशि से मंगल नौवें भाव में प्रवेश करेगा। हर कार्य को पूर्ण करने के लिए ज्यादा मेहनत करनी होगी। पिता की सेहत में गिरावट देखने को मिल सकती है। कार्यक्षेत्र बदल सकता है या फिर ट्रांसफर भी हो सकता है। धाॢमक कामों में रुझान बढ़ेगा साथ ही सफलता प्राप्ति के लिए चुनौतियों का सामना करना होगा। मेहनत से जी न चुराएं, कार्य को समय रहते निपटा लें। कोई नई मित्रता शुरू हो सकती है। कम दूरी की यात्राओं के भी योग बन रहे हैं। माता की सेहत का खास ख्याल रखें। कमी होने पर शीघ्र उपचार कराएं।


मीन : मंगल दूसरे और नौवें भाव के स्वामी होकर आठवें भाव में विराजित हैं। मंगल आपके आठवें भाव पर आने वाला है। ऐसे में आपके द्वारा नौकरी में बदलाव के प्रयास सफल रहें। भाग्य की कमी आपको इस अवधि में विशेष रूप से खलेगी। इसकी वजह से कुछ कार्य बनने से पूर्व बाधित होंगे। कहीं से रुका हुआ धन प्राप्त होकर आपको खुशी देगा। इससे धन संचय में वृद्धि होगी और परिवार के साथ समय बिताने के योग भी बन रहे हैं। मित्रों के साथ आनंदमय समय व्यतीत होगा। रिश्तेदारों से मेल-मिलाप के योग बन सकते हैं।

Jyoti

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