उत्तर भारत में गूंजती रहेगी शहनाई, सितंबर तक शादि के 55 मुहूर्त

Thursday, Jun 23, 2022 - 09:20 AM (IST)

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जालंधर: चतुर्मास के दौरान शादियों के मुहूर्त को लेकर देश के विभिन्न भागों में अलग-अलग परंपरा के कारण विवाह के मुहूर्त को लेकर भ्रम की स्थिति बनी हुई है। ज्योतिष के कुछ जानकार 10 जुलाई के बाद आषाढ़ महीने की शुक्ल पक्ष एकादशी से लेकर कार्तिक महीने की शुक्ल पक्ष एकादशी तक के चार महीनों में शुभ विवाह मुहूर्त न होने की बात कह रहे हैं, जिस कारण विवाह योग्य संतानों के माता-पिता के साथ-साथ कारोबारी भी परेशान हैं क्योंकि शादियो के सीजन के दौरान ही कपड़ों से लेकर गहनों और साजो-सजावट का कारोबार भी विवाह पर ही निर्भर होता है, लेकिन 10 जुलाई के बाद अगले चार महीने तक शादियां न होने की खबर के बाद तमाम लोग चिंतित हैं। हालांकि पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश व दिल्ली में परंपरा के मुताबिक चतुर्मास भी शादियां होती हैं, हालांकि देश के अन्य भागों में इस दौरान शादी वर्जित मानी जाती है। मुहूर्त चिंतामणि में भी शास्त्रों से अधिक महत्व स्थानीय परंपरा को दिया गया है। लिहाजा उत्तर भारत के उपरोक्त राज्यों में जुलाई, अगस्त और सितम्बर के महीनों में भी विवाह के शुभ मुहूर्त रहेंगे।  इस दौरान 10 जुलाई से लेकर 27 सितंबर तक शादियों के कुल 45 मुहूर्त रहेंगे जबकि इससे पहले 8 से 9 जुलाई के मध्य  भी शादियों के 10 मुहूर्त हैं। इसका मतलब है कि जुलाई, अगस्त व सितंबर के 3 महीनों में शादियों के कुल 55 मुहूर्त रहेंगे। इसके बाद अक्टूबर व नवंबर में शादियों नहीं होंगी और दिसंबर से शादियों शुरू होंगी। 

माह शुभ मुहूर्त की तिथियां
जुलाई में  3,4, 5, 6, 7, 8, 9, 14, 18, 19, 20, 21, 23, 24, 25, 30, 31
अगस्त में  1, 2, 3, 4, 5, 9, 10, 11, 14, 15, 19, 20, 21, 28, 29, 30, 31
सितम्बर में  1, 4,5,6,7,8, 26, 27

10 जुलाई से शुरू होगा चातुर्मास
जुलाई के महीने में 10 तारीख को शुक्ल पक्ष की हरिशयनी एकादशी है और इस दिन के बाद से चातुर्मास की शुरुआत मानी जाती है।  इसके बाद 4 नवम्बर (देव प्रबोधिनी एकादशी) तक चातुर्मास चलेगा और इन चार महीनों के दौरान श्री हरि-विष्णु शयन करते हैं, लिहाजा शेष भारत में इस दौरान विवाह जैसे शुभ कार्य नहीं किए जाते। लिहाजा 8 जुलाई को अभुज मुहूर्त भड़ली नवमी को विवाह का अच्छा मुहूर्त है और इसी दिन गुप्त नवरात्र का समापन भी होगा और इस दिन बड़ी संख्या में शादियां होती हैं। 


1अक्टूबर को अस्त होंगे शुक्र
ज्योतिष में शादी के कारक ग्रह शुक्र 1 अक्टूबर को अस्त हो जाएंगे और 25 नवम्बर तक अस्त अवस्था में रहेंगे। इसके बाद उदय होने पर भी 28 नवम्बर तक शुक्र बालत्व दोष में रहेंगे, लिहाजा तब तक शादियां नहीं होंगी।  इस बीच 25 अक्टूबर को सूर्य ग्रहण भी लगेगा, जो भारत में दृश्य होगा। चूंकि यह सूर्यग्रहण स्वाति नक्षत्र में लग रहा है, लिहाजा 4 महीने तक स्वाति नक्षत्र में शुभ कार्य नहीं किए जा सकेंगे। इसी दौरान 8 नवम्बर को भरणी नक्षत्र में चंद्रग्रहण लगेगा, चूंकि यह ग्रहण भी शुक्र के अस्त होने के दौरान ही लगेगा, लिहाजा इसका मांगलिक कार्यों पर असर नहीं पड़ेगा। सितम्बर के महीने में 10 सितंबर से लेकर 25 सितम्बर के बीच श्राद्ध होंगे, लिहाजा इन दिनों में भी शादियों का मुहूर्त नहीं है।

Jyoti

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