देव उठे: आज से बजेंगी शहनाइयां, चार माह के बाद शुरू हुए मांगलिक कार्य

Friday, Nov 11, 2016 - 11:38 AM (IST)

चार महीने के लंबे अंतराल के बाद शुक्रवार से शहर में शहनाईयों की गूंज सुनाई देगी। बै़ड-बाजे के साथ सड़कों पर बारात निकलेगी। दरअसल, हरिशयनि एकादशी में शयन में गए भगवान विष्णु शुक्रवार यानी आज दवोत्थान एकादशी से जाग जाएंगे। इसके साथ ही शादी-ब्याह जैसे मांगलिक कार्यो की शुरूआत हो जाएगी।


शहर में तमाम छोटे-बड़े सामुदायिक केंद्रों, वाटिकाएं, होटल व गार्डन आदि मांगलिक कार्यों के लिए बुक हो चुके हैं। पंडित राजू शर्मा, हरिचंद शर्मा, तरूणभट्टाचार्य, पंडित विशम्बर प्रसाद के अलावा ओल्ड फरीदाबाद स्थित सुंदर बैंड से नथीलाल व साबीर, भारत बैंड के अनुसार आज शहर में 200 से अधिक जोड़ें विवाह के बंधंन में बंध जाएंगे। सुंदर बैंड के साबीर ने बताया कि उनके पास 11 नवंबर की कुल 8 बुकिंग आई हैं। कई जगह पर सामुहिक विवाह का भी आयोजन होगा। यह मान्यता है कि दवोत्थान एकादशी पर जिन लड़के-लड़िकयों के विवाह का योग नहीं बनता या शुभ मूहूर्त पांचाग में उनकी कुंडली के हिसाब से विवाह की कोई तारीख नहीं निकलती उनका विवाह अबूझ मूहूर्तों में एक माने जाने वाले देवउठनी एकादशी के दिन विधिवत संपन्न हो सकता है।


तुलसी विवाह का है विधान
दवोत्थान एकादशी पर तुलसी विवाह का विधान है। इस दिन घर-घर मेें महिलाएं तुलसी का विवाह पूरे विधि-विधान से करती हैं। एनआईटी स्थित काली मंदिर के पुजारी राजकुमार के अनुसार इस दिन तुलसी के पौधे को दुल्हन की तरह सजाकर भगवान शालिग्राम के साथ उनका विवाह करवाया जाता है। व्यास राधेश्याम सुंदर के अनुसार 9 बजकर 12 मिनट के बाद विवाह विधि प्रारंभ होगी। मंदिरों व भागवत कथाओं के आयोजन में तुलसी विवाह धूमधाम से करवाया जाएगा। इस मौके पर प्रसाद व भंडारे का भी आयोजन किया जाएगा।


दो माह में मात्र 12 शुभ मूहूर्त
इस बार शादी के लिए मूहूर्त कम ही हैं। 2 महीने यानि नवंबर और दिसंबर में कुल 12 शुभ मुहूर्त है। इसके बाद लोगों को जनवरी तक इंतजार करना पड़ेगा। 11 नवंबर से शादियों के मुहूर्त शुरू होंगे जोकि 12 दिसंबर तक है। इसके बाद खरमास चल जाएगा जाकि 15 जनवरी तक चलेगा।


ये है शुभ मुहूर्त
नवंबर:
11, 16, 23, 24, और 25 तारीख को लगन है। 

दिसंबर: 1, 2, 4, 8, 9, 10 और  12 तारीख को लगन है। 

जनवरी: 15, 18, 22 और 27 तारीख को लगन है। 

फरवरी: 5 और 6 तारीख को लगन है। 

मार्च: मात्र 15 तारीख को ही लगन है।

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