मार्गशीर्ष अमावस्या: हर संकट की काट हैं ये उपाय
Tuesday, Nov 26, 2019 - 07:35 AM (IST)
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आज मंगलवार, 26 नवंबर को मार्गशीर्ष मास की अमावस्या तिथि है। मान्यता है की ये महीना भगवान श्रीकृष्ण का स्वरूप है। इस माह में श्रीकृष्ण की पूजा का विशेष महत्व है। आज बहुत सारे शुभ काम किए जा सकते हैं, जिससे पाप कटते हैं और पुण्यों में बढ़ोतरी होती है। विशेष तिथियों पर कुछ उपाय करने से हमारे बिगड़ते काम बनने की बात देखी सुनी जाती रही है। इस तरह के प्रयोगों पर कई लोगों का आज भी विश्वास है। ऐसे ही कुछ उपाय प्रसिद्ध हैं :
मंगलवार और अमावस्या के शुभ योग में हनुमान जी की पूजा अवश्य करें। हनुमान मंदिर में दर्शनों के लिए अवश्य जाएं और सरसों के तेल का दीपक जलाएं। हनुमान चालीसा अथवा सुंदरकांड का पाठ करें।
मंगलवार के दिन आने के कारण इसे भौमवती कहा जाएगा इसलिए यह अमावस्या ऋणहर्ता है। आज किसी भी तरह के कर्ज से मुक्ति पाने का सुनहरी मौका है। पीपल की पूजा करने के बाद 108 परिक्रमा करने से ऋण उतरेगा और शरीर स्वस्थ रहेगा।
पितरों के नाम से आज के दिन भोजन अवश्य दें। ध्यान रखें उनकी मनपसंद वस्तुओं का दान करें, इससे पितर प्रसन्न होंगे।
गाय के गोबर से बने कंडे को जला कर सारे घर और दुकान में इसका धुआं दें। इससे घर की सारी नकारात्मकता नष्ट होगी।
किसी भी तरह के अमंगल से छुटकारा पाने के लिए मंगल ग्रह की पूजा शिवलिंग रूप में करें। शिवलिंग पर लाल फूल और मसूर की दाल चढ़ाएं।
हर अमावस्या पर चावल की खीर बनाएं और रोटी के छोटे-छोटे टुकड़े उस खीर में डाल दें। इसके बाद रोटी और खीर को कौओं के लिए घर की छत या खिड़की पर रख दें। इस उपाय से घर पर पित्तर देवताओं की विशेष कृपा बनी रहती है।
ज्योतिर्विद कहते हैं जिन पर शनि की साढ़े साती अथवा ढैय्या चल रही होती है उन्हें हर अमावस्या को शनि देव का पूजन कर दान दें। शनि देव की कृपा बनी रहेगी। शनि स्तोत्र अथवा शनि के मंत्र ‘ओम् प्रां प्रीं प्रौं स: शनैश्चराय नम:’ का जप करें।
अमावस्या के दिन किसी मंदिर जाएं और वहां अपनी पहनी हुई चप्पल या जूता छोड़ आएं, शनि की साढ़ेसाती या ढैय्या चल रही तो अवश्य आराम मिलेगा।