कुंडली से मंगल दोष खत्म करने के लिए करें ये उपाय

Tuesday, Jun 25, 2019 - 01:38 PM (IST)

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ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जब किसी कुण्डली में प्रथम, चतुर्थ, सप्तम, अष्टम अथवा द्वादश भाव में मंगल होता है तब मंगलिक दोष लगता है। मंगल दोष को लेकर अक्सर ये बात सुनने में आती हैं कि 28 वर्ष की उम्र के बाद मंगल दोष स्वत: ही समाप्त हो जाता है। लेकिन ऐसा हर किसी के साथ नहीं होता है। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार यदि केंद्र में चंद्र है तो मंगल दोष नहीं माना जाएगा। मंगल परिहार की ओर भी कई स्थितियां हैं। ज्योतिष विद्या के अनुसार मंगल लड़की का विवाह मंगल लड़के से ही करना चाहिए। लेकिन आज हम आपको इसे कम करने के कुछ आसान से उपायों के बारे में बताने जा रहे हैं। 

कहते हैं कि मंगल का असर आंखों और खून में होता है। इसलिए इनको अच्छा और साफ करना जरूरी होता है। इसके लिए आंखों में सफेद सूरमा लगाएं और हमेशा पेट साफ रखें। इससे खून भी साफ रहेगा। सफेद सुरमा नहीं मिले तो काला सूरमा लगाएं। खासकर मंगलवार और शनिवार को जरूर सूरमा लगाकर रखें। ऐसा आप कम से कम 43 दिन तक करें। सुरमा लगाने से जहां व्यक्ति किसी की नजर से बच जाता है वहीं उसकी आंखें भी तंदुरुस्त रहती हैं।

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार आपको भाई छोटा हो या बड़ा, सौतेला हो या सगा आपका भाई मंगल है। भाई को खुश रखेंगे तो मंगल सही रहेगा। भाई से दुश्मनी अर्थात मंगल खराब। इसलिए हमेशा अपने भाई का ध्यान रखें। 

मंगल की दिशा पश्चिम है। घर के दक्षिण में नीम का पेड़ लगाएं। पेड़ नहीं लगा सकते हैं तो नीम के पेड़ में हर मंगलवार को जल चढ़ाएं। इससे आपको लाभ मिलेगा। 

मंगल दोष को कम करने के लिए प्रतिदिन हनुमान चालीसा का पाठ करें। दो तीन माह में एक बार हनुमानजी को चोला चढ़ाएं। प्रति मंगलवार और शनिवार को हनुमान मंदिर में जाकर दीपक या धूप जरूर जलाएं। ऐसा माना जाता है कि हनुमान जी के शरण में रहने से मंगल ही नहीं शनि, राहु और केतु के दोष भी समाप्त हो जाते हैं।

अगर आप मांस खाने के आदि होते हैं तो वह खाना छोड़ दें। जब भी घर से बाहर निकलें तो गुड़ खाएं, अगर नहीं खा सकते तो किसी दूसरे को खिलाएं। लेकिन खुद भी जरूर खाएं, कियोंकि ऐसा माना जाता है कि इससे खून साफ होगा और इसके साथ ही मंगल दोष भी समाप्त हो जाएगा।  

Lata

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