मकर संक्रांति: सात ऐतिहासिक कुंड जहां लगाई जाती है आस्था की डुबकी

Saturday, Jan 14, 2017 - 11:58 AM (IST)

मकर संक्रांति के मौके पर नदियों और ऐतिहासिक कुंडों में नहाने का धार्मिक महत्व है। देश में गर्म पानी के ऐसे सात कुंड हैं जहां लोग संक्रांति के मौके पर आस्था की डुबकी लगाने पहुंचते हैं।


मणिकरण कुंड 
हिमाचल प्रदेश में कुल्लू से 45 किलोमीटर दूर है मणिकरण। यहां मकर संक्रांति के मौके पर लोग नहाने पहुंचते हैं। यहां के पानी में अधिक मात्रा में सल्फर, यूरेनियम और अन्य रेडियोएक्टिव तत्व पाए जाते हैं। इस पानी का तापमान बहुत अधिक होता है। मणिकरण हिंदू और सिखों के लिए आस्था का केंद्र है। यहां एक गुरुद्वारा और प्रसिद्ध राम मंदिर भी है।


ब्रह्मकुंड
बिहार की राजधानी पटना के पास राजगीर में गर्म पानी का कुंड है। यहां मकर संक्रांति के मौके पर लोग डुबकी लगाने पहुंचते हैं। मान्यता है कि भगवान ब्रह्मा के मानस पुत्र राजा बसु ने राजगीर के ब्रह्मकुंड परिसर में एक यज्ञ कराया था। इस दौरान देवी-देवताओं को एक ही कुंड में स्नान करने में परेशानी होने लगी। तब ब्रह्मा ने यहां 22 कुंड का निर्माण कराया। इन्हीं में से एक है ब्रह्मकुंड, जिसका तापमान 45 डिग्री सैल्सियस रहता है। यहां सप्तकर्णी गुफाओं से पानी आता है। यहां वैभारगिरी पर्वत पर भेलवाडोव तालाब है, जिससे ही जल पर्वत से होते हुए यहां पहुंचता है। इस पर्वत में कई तरह के कैमिकल्स जैसे सोडियम, गंधक, सल्फर पाए जाते हैं। इसकी वजह से पानी गर्म होता है।


तुलसी श्याम कुंड 
तुलसी श्याम कुंड गुजरात के जूनागढ़ से 65 किलोमीटर दूर है। यहां गर्म पानी के तीन कुंड हैं। इनकी खासियत है कि तीनों कुंडों में अलग-अलग तापमान का पानी रहता है। तुलसी श्याम कुंड के पास ही 700 साल पुराना रुकमणि देवी का मंदिर भी है।

  
पनामिक कुंड 
पनामिक नुब्रा वैली में है। यह वैली सियाचिन ग्लेशियर से 9 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह स्थान गर्म पानी के कुंड के लिए भी जाना जाता है। यहां का पानी बहुत अधिक गर्म होता है। पानी से बुलबुले निकलते दिखाई देते हैं। पानी इतना गर्म होता है कि इसे छुआ नहीं जा सकता।


यूमेसमडोंग कुंड 
यह सिक्किम के प्रसिद्ध स्थलों में से एक है। उत्तर-पूर्वी राज्य में स्थित यह कुंड 15500 फुट की ऊंचाई पर स्थित है। यूमेसमडोंग में 14 सल्फर के जल से युक्त कुंड हैं। यहां के पानी का तापमान लगभग 50 डिग्री रहता है। इनमें सबसे प्रसिद्ध बोरोंग और रालोंग हैं। यहां साल भर सैलानियों की भीड़ रहती है।


अत्रि कुंड
ओडिशा का अत्रि कुंड उसके सल्फर वाले गर्म पानी के कुंडों के लिए जाना जाता है। यह कुंड भुवनेश्वर से 42 किलोमीटर दूर है। इस कुंड के पानी का तापमान 55 डिग्री है। माना जाता है कि कुंड में नहाने से ताजगी महसूस होती है। यहां का हाटकेश्वर मंदिर भी बहुत प्रसिद्ध है।


बकरेश्वर कुंड
पश्चिम बंगाल का एक प्रसिद्ध तीर्थ स्थल है बकरेश्वर। यहां गर्म पानी के 10 कुंड हैं। जिसमें सबसे गर्म कुंड अग्नि कुंड है यहां का तापमान 67 डिग्री सैल्सियस होता है। इसके अलावा यहां भैरव, खीर, नृसिंह, सूर्या, सौभाग्य, पापहरा कुंड आदि हैं।

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