महेश नवमी: अपने पापों से मुक्ति पाना चाहते हैं तो करें ये व्रत

Wednesday, Jun 08, 2022 - 03:07 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
हमारे हिंदू धर्म की मानें तो कहा जाता है प्रत्येक दिन कोई न कोई त्यौहार आता है। हिंदू पंचांग में हिंदू धर्म मे पड़ने वाले हर पर्व व त्यौहार की तिथि का वर्णन किया गया है। इन्ही में से एक है ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि जिसके उपलक्ष्य में महेश नवमी का पर्व मनाया जाता है। धार्मिक शास्त्रों व ग्रंथों में किए वर्णन के मुताबिक इस दिन विशेषतौर से देवों के देव महादेव की पूजा का विधान होता है। तो वहीं ये भी मान्यताएं हैं कि महेश नवमी के दिन भगवान शिव व माता पार्वती की पूजा करने से व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं शीघ्र पूर्ण होती हैं साथ ही साथ भोलेनाथ की कृपा से पापों व कष्टों से मुक्ति मिलती है।


बता दें महेश नवमी का महेश्वरी समाज में खास महत्व माना गया है। ऐसी कथाएं प्रचलित हैं कि इस दिन भगवान शिव के आशीर्वाद से महेश्वरी समाज की उत्पत्ति हुई थी। इस दिन भोलेनाथ व माता पार्वती का पूजन व व्रत किया जाता है जिसके परिणाम स्वरूप व्यक्ति की हर मनोकामना की पूर्ति व श्राप से मुक्ति मिलती है। तो आइए जानते हैं साल 2022 में महेश नवमी कब है साथ ही इसके शुभ मुहूर्त, पूजन विधि व कुछ खास उपायों के बारे में-

नवमी तिथि आज सुबह 08 बजकर 30 मिनट पर आरंभ हो गई है और इसका समापन 09 जून को सुबह 08 बजकर 21 मिनट पर होगा। तो ऐसे में उदया तिथि के अनुसार महेश नवमी का पर्व 09 जून, दिन गुरुवार को पड़ रहा है और इसी दिन व्रत व पूजन किया जाएगा। इस साल महेश जयंती रवि योग में पड़ रही है। और पूरा दिन रवि योग रहेगा। अतः आप इस दिन प्रातः काल से ही भगवान शिव का पूजन कर सकते हैं।

यहां जानें महेश नवमी पर कैसे करें भगवान शिव का पूजन-
सबसे पहले प्रातः काल स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें। फिर भगवान शंकर व माता गौरी की पूजा करें। फिर भोलेनाथ का जलाभिषेक करें। ॐ नमः शिवाय मंत्र का जाप करें। एक लोटे में जल, बेलपत्र, धतूरा, फूल आदि लेकर भगवान शंकर के मंदिर में जल अर्पित करें। महिलाएं सोलह श्रृंगार का सामान मां गौरी को अर्पित करें। इस व्रत में महादेव और माता पार्वती की पूजा अर्चना की जाती है। पूजा समाप्त होने के बाद उनकी आरती करें। फिर उन्हें भोग लगाएं और बाद में प्रसाद का वितरण करें।

अब जानें इस दिन से जुड़े कुछ उपाय-
महेश नवमी के दिन शिवजी की पूजा हरसिंगार के फूलों से करें। ऐसा करने से धन-संपत्ति बढ़ती है।

इस दिन भगवान शिव को 21 बिल्व पत्र पर लाल चंदन से ॐ लिखकर अर्पित करें। भोलेनाथ प्रसन्न होंगे।

इस खास उपलक्ष्य के अवसर पर पूरे विधि-विधान से शिवलिंग पर पंचामृत चढ़ाने से हर आपकी मनोकामना शीघ्र पूर्ण होती है।

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, अगर आपको आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा है को महेश नवमी के दिन भगवान शिव को धतूरा चढ़ाने से अपार धन की प्राप्ति होती है।

लगभग शिव भक्त सभी जानते हैं कि भगवान शिव को भांग अति प्रिय है। तो ऐसे में इस दिन शिवजी को भांग चढ़ाने से भोले बाबा की अपार कृपा प्राप्त होती है।
 

 

 

Jyoti

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