महाशिवरात्रि 2020: विधि-वत पूजा न कर पाएं तो जप लें ये मंत्र, जीवन में होगा चमत्कार

Wednesday, Feb 19, 2020 - 03:43 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
21 फरवरी, 2020 को इस साल का महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाएगा। शास्त्रों के अनुसार प्रत्येक वर्ष फाल्गुन माह की चतुर्दशी तिथि को शिवरात्रि मनाई जाती है। वैसे तो वर्ष में कुल 12 शिवरात्रि पड़ती है जिन्हें मासिक शिवरात्रि के नाम से जाना जाता है। मगर इस दिन यानि फाल्गुन के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाई जाने वाली इस शिवरात्रि के दिन भगवान शंकर व देवी पार्वती का विवाह संपन्न हुआ था जिस कारण इसकी विशेषता अन्य  शिवरात्रि तिथि से अधिक है। तो अब ज़ाहिर सी बात है दिन शिव जी की पूजा पाठ का भी अधिक महत्व होगा। इसीलिए महाशिवरात्रि के शुभ अवसर पर शिवालय में बाबा भोलेनाथ के भक्तों का जमावड़ा लगा रहता है। हर कोई बस इन्हें प्रसन्न करने में लगा दिखाई देता। तो वहीं कुछ ऐसे भी लोग होते हैं जिन्हें इस बारे में पता नहीं होता कि इनकी यानि भोलेनाथ की पूजा के लिए क्या करना चाहिए क्या नहीं। तो वहीं कुछ लोग इसी सोच में रह जाते हैं कि इनको प्रसन्न करने के लिए  कठिन तप करना होगा। परंतु ऐसा नहीं है बल्कि शास्त्रों में तो बताया गया है कि समस्त देवी-देवताओं में केवल शिव जी ऐसे देव हैं जिन्हें प्रसन्न करना सरल है क्योंकि भगवान शंकर बहुत भोले हैं, इसीलिए अपने भक्तों पर बहुत जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं। 

जी हां, आप सही समझ रहे हैं हम आपको शिव जी को खुश करने का सरल तरीका बताने वाले हैं। इससे पहले कि आप सोचने लगे कि नाजाने लिए ऐसा क्या करना होगा तो बता दें जैसे कि हमने कहा कि ये उपाय बहुत ही आसाना है। इसमें आपको कुछ नहीं करना होगा। केवल इनके कुछ आसाना से मंत्रों का जाप करना होगा। 

शास्त्रों के अनुसार शिवरात्रि के दिन मंत्र जाप से भोले भंडारी की कृपा शीघ्र प्राप्त होती है। तो चलिए पेश करते हैं आपके लिए कुछ ऐसे मंत्र हैं जिनका शिवरात्रि के दिन रुद्राक्ष की माला से जप करना चाहिए। इस बात का ध्यान रखें कि इन मंत्रों का जाप पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुख करके करें तथा मंत्र उच्चारण के बाद शिव जी पर बिल्वपत्र तथा शुद्ध जलधारा चढ़ाएं। 

मंत्र-
ॐ नमः शिवाय।

प्रौं ह्रीं ठः।

ऊर्ध्व भू फट्।

इं क्षं मं औं अं।
 
नमो नीलकण्ठाय।

ॐ पार्वतीपतये नमः।

 ॐ ह्रीं ह्रौं नमः शिवाय।

Jyoti

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