Maharaja Dalip Singh: लंदन की सिख संगत ने महाराजा दलीप सिंह की समाधि के दर्शन किए

Monday, Feb 19, 2024 - 09:28 AM (IST)

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लंदन (सरबजीत सिंह बनूड़): ब्रिटेन के थेटफोर्ड शहर में पंजाब के महाराजा रणजीत सिंह के सबसे छोटे पुत्र महाराजा दलीप सिंह की समाधि पर सैंकड़ों सिखों ने जाकर श्रद्धासुमन अर्पित किए तथा लंदन में विक्टोरिया व अल्बर्ट संग्रहालय में सिख राज्य के चिन्ह देखे। गुरु नानक गुरुद्वारा सामेदिक के मुख्य सेवादार एस. कुलदीप सिंह देयोल के नेतृत्व में सैंकड़ों सिखों ने सिख राज्य के अंतिम महाराजा दलीप सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित की। सिखों ने कहा कि हमारा अपना राज्य था लेकिन आज हमें अपने राज्य की निशानियां देखने के लिए अनुमति लेनी पड़ती है। महाराजा दलीप सिंह की समाधि पर पहुंचे श्रद्धालु पुष्प अर्पित कर और बच्चों को सिख राज्य के बारे में बताकर भावुक हो रहे थे। 

इस अवसर पर गुरुद्वारा साहिब के हैड ग्रंथी भाई महताब सिंह ने चौपाई साहिब में अरदास की और रागी ज्ञानी गुरप्रीत सिंह ने लोगों को महाराजा दलीप सिंह के इतिहास के बारे में जानकारी दी। कुलदीप सिंह देयोल ने कहा कि सिख राज्य के बिना सिख मुद्दों का समाधान नहीं होगा। भारत में सिख राज्य की बात करने वाले सिख युवाओं को जेलों में डाला जा रहा है और किसानों पर लगातार अत्याचार किए जा रहे हैं। महाराजा दलीप सिंह के परिवार ने उनकी याद में बने चर्च की जर्जर हालत पर चिंता जताई। चर्च के पूर्व पादरी पॉल ने सिख संगत को महाराजा दलीप सिंह और सिख राज्य के इतिहास के बारे में बताया।

पंजाब से आए अधिकतर लोग सिख राज्य से अनभिज्ञ दिखे। यह सवाल उठाया गया कि पंजाब में सिखों की बहुलता के बावजूद सरकार ‘सिख राज्य’ का इतिहास पढ़ाने में क्यों आनाकानी कर रही है? 

बर्मिंघम से सैंकड़ों सिख पहले सिख राज्य के चिन्हों को देखने के लिए लंदन के विक्टोरिया और अल्बर्ट संग्रहालय गए। वहां ‘खालसा फिर से राज करेगा’ के नारे लगाए गए। इस मौके पर कुलवंत सिंह मुठड़ा, बलविंदर सिंह ढिल्लों, चरण सिंह पड्डा, दया सिंह नागी, बीबी कमलजीत कोर सलोह आदि भी मौजूद थे।

Niyati Bhandari

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