Maha shivaratri 2020: 117 साल बाद फिर बना विशिष्ट दुर्लभ संयोग

Tuesday, Feb 18, 2020 - 07:31 AM (IST)

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ग्रहों की चाल भी अजीब होती है। 21 फरवरी 2020 को पडऩे वाली महाशिवरात्रि पर वही ग्रह होंगे जो 117 वर्ष पूर्व 1903 में थे। इस बार दुर्लभ संयोग इसलिए बन रहे हैं क्योंकि शनि अपनी स्वराशि मकर में, शुक्र अपनी उच्च राशि मीन में, गुरु स्वराशि धनु में और राहू अपनी मूल त्रिकोण राशि मिथुन में विराजमान रहेंगे। 

ऐसा कम ही होता है जब अधिकांश ग्रह अपनी उच्चावस्था में हों। इस दिन जन्म लेने वाले शिशुओं का जीवन भी उच्चकोटि का रहेगा। जिन लोगों की कुंडली में शनि, शुक्र, गुरु या राहू खराब हैं या जिनके जन्मांग में पूर्ण या आंशिक कालसर्प दोष हो, वे शिवरात्रि पर विशेष आराधना, पूजा, स्तुति, उपाय आदि करके शुभ फल प्राप्त कर सकते हैं। 

नवीन कार्य, व्यवसाय आरंभ करने के लिए भी इस बार का यह महापर्व विशेष मुहूर्त लेकर आया है। 21 फरवरी  प्रात: 9.13 बजे से 22 फरवरी की सुबह 11 बजकर 19 मिनट तक सर्वार्थ सिद्धि योग भी रहेगा। अत: इस दिन आप रुके हुए कार्य बिना किसी अड़चन के पूरे कर सकते हैं।

शिवरात्रि पर करें कालसर्प या राहू योग का निवारण
चांदी के नाग-नागिन का जोड़ा, हलवा, सरसों का तेल, काला सफेद कम्बल शिवलिंग पर अर्पित करें। महामृत्युंजय मंत्र की कम से कम, एक माला 108 मंत्र अवश्य पढ़ें।

मुख्य मंत्र
ओम् नम: शिवाय
ओम् नमो वासुदेवाय नम: 
ओम् राहुवे नम:

महामृत्युंजय मंत्र
ओम् त्रयंम्बकं यजामहे सुगंधिं पुष्टिवर्धनं! उर्वारुकमिव  बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात!!

आय वृद्धि
शं हृीं शं!!

शिवरात्रि पर अन्य मंत्र आप विभिन्न समस्याओं के लिए कर सकते हैं
विवाह :
ओम्  ऐं हृी शिव गौरी मव हृीं ऐं ओम्!
शत्रु : ओम्  मं शिव स्वरुपाय फट्!
रोग : ओम् हैं सदा शिवाय रोग मुक्ताय हैं फट्!
साढ़े साती : हृीं ओम् नम: शिवाय हृीं!
मुकद्दमा : ओम् क्रीं नम:  शिवाय क्रीं!
परीक्षा : ओम् ऐं  गे ऐं ओम्!
बिगड़ी संतान : ओम् गं ऐं ओम् नम: शिवाय ओम् !
विदेश यात्रा : ओम् अनंग वल्लभाये विदेश गमनाय कार्यसिद्धयर्थे नम:!
सुख सम्पदा : ओम् हृौं शिवाय शिवपराय फट्!
शत्रु विजय : ओम् जूं स: पालय पालय स: जूं ओम!
रोजगार प्राप्ति : ओम् शं हृीं शं हृीं शं हृीं शं हृीं ओम्!
प्रेम प्राप्ति : ओम् हृीं ग्लौं अमुकं सम्मोहय सम्मोहय फट्!

Niyati Bhandari

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