Magh Gupt Navratri: आज रवि और सर्वार्थसिद्धि योग में मनाई जाएंगी गुप्त नवरात्रि, जानें कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त
Saturday, Feb 10, 2024 - 10:44 AM (IST)
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Magh Gupt Navratri 2024: साल 2024 की प्रथम गुप्त नवरात्रि 10 फरवरी यानी आज से शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से प्रारंभ हो रही हैं और इसका समापन 18 फरवरी, रविवार को होगा। माघ गुप्त नवरात्रि पर देवी मां की 10 महाविद्याओं की पूजा की जाती है। इस बार गुप्त नवरात्रि पर रवियोग और सर्वार्थसिद्धि योग बन रहे हैं। जिससे इस दिन का महत्व और भी बढ़ गया है। तंत्र-मंत्र की विद्या और साधना के लिए गुप्त नवरात्रि का विशेष महत्व है। इस दौरान मां दुर्गा की पूजा-पाठ करने से साधक को शत्रु, रोग, दोष, आर्थिक संकट से छुटकारा मिलता है।
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Magh Gupt Navratri kalash sthapana shubh muhurat माघ गुप्त नवरात्रि में कलश स्थापना मुहूर्त
घटस्थापना का दिन- 10 फरवरी, शनिवार
पहला घटस्थापना का शुभ मुहूर्त: प्रातः 8:45 मिनट से लेकर 10:10 मिनट तक
कुल अवधि: 1 घंटा 25 मिनट रहेगी
अभिजीत मुहूर्त: दोपहर 12:13 मिनट से लेकर 12:58 मिनट तक
कुल अवधि: 44 मिनट
Ten Mahavidyas of Goddess देवी की दस महाविद्याएं
गुप्त नवरात्रि में दस महाविद्याओं की पूजा करने से व्यक्ति को सभी सुखों की प्राप्ति होती है। यह दस महाविद्याएं इस प्रकार हैं- काली, तारा, छिन्नमस्ता, षोडशी, भुवनेश्वरी, त्रिपुर भैरवी, धूमावती, बगलामुखी, मातंगी या कमला। माना जाता है कि इन 10 महाविद्याओं की साधना और पूजा करने से मनुष्य को विशेष सिद्धियां प्राप्त होती हैं।
Magh Gupta Navratri Puja vidhi माघ गुप्त नवरात्रि पूजा विधि
सुबह जल्दी उठकर स्नान करें। फिर घर और मंदिर को अच्छे से साफ कर लें।
गुप्त नवरात्रि के इस शुभ दिन पर लाल रंग के वस्त्र धारण करें।
पूजा घर में एक वेदी स्थापित करें।
मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित करें और उनके समक्ष घी का दीपक जलाएं।
मां दुर्गा की प्रतिमा को सजाकर उन्हें लाल रंग के फूलों की माला अर्पित करें।
कुमकुम की तिलक लगाकर मां को श्रृंगार का सामान चढ़ाएं।
अब कलश की स्थापना करें और मां दुर्गा को हलवा-पूड़ी का भोग लगाएं।
मां दुर्गा के मंत्रों के साथ-साथ दुर्गा सप्तमी का पाठ करें।
अंत में मां दुर्गा की आरती करके पूजा समाप्त करें और घर के सभी सदस्यों को बाटे का प्रसाद बांटे।