Chaitra Navratri 2022: भक्तों को दर्श दिखाए माता, प्यार करना सिखलाए माता

Monday, Apr 04, 2022 - 02:00 PM (IST)

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अपनी वेबसाइट के जरिए हम आपको लगातार चैत्र नवरात्रों से जुड़ी जानकारी दे रहे हैं। इसी बीच अब तीसरे नवरात्रि के मौके पर अब हम आपको बताने जा रहे हैं देवी चंद्रघंटा की वंदन आरती के बारे में। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार नवरात्रों में दिन के अनुसार इनकी पूजा अर्चना करने से जातक को लाभ तो प्राप्त होती ही हैं साथ ही साथ विभिन्न प्रकार की मनोकामनाएं भी पूरी होती हैं। 

आइए जानें देवी चंद्रघंटा की आरती के बारे में-

तृतीय नवरात्र आरती : मैया चंद्रघंटा
‘त्रिशूल!! खडग़!! गदा!! तुझको भाएं’
नित्य तेरी ज्योत जलाएं माता!!
श्रद्धा के फूल चढ़ाएं माता।
चरणों में शीश झुकाएं माता!!
दिल में तुझको बसाएं माता।।
आरती उतारें सुबह-शाम!!
चंद्रघंटा माता चंद्रघंटाा  माता।। 
नित्य  तेरी ज्योत... चंद्रघंटा माता।।
चांदनी सा शीतल रूप तुम्हारा!!
भक्तों को लगे प्यारा-प्यारा।
अद्र्ध-चांद मस्तक विराजे!!
मुकुट सजीला गल माला साजे।

त्रिशूल खडग़ गदा तुझको भाएं!!
श्रवण-कुंडल कंगना लहराएं।
शेरों पर सवारी भाए माता!!
जी भर भक्तजनों को हर्षाए माता।।
नित्य  तेरी ज्योत... चंद्रघंटा माता।।
करें सजदे तुझको सौ-सौ बार!!
महकाए तू घर-आंगन द्वार।
पापनाशिनी!! जगकल्याणी तू!!
अंबे!! दुर्गा!! महारानी तू।
चंड-ध्वनि से दैत्य घबराएं!!
दूर भागें पास कभी ना आएं।
भक्तों को दर्श दिखाए माता!!
प्यार करना सिखलाए माता।।
नित्य  तेरी ज्योत... चंद्रघंटा माता।।

‘‘झिलमिल अम्बालवी’’ अर्ज स्वीकारो!!
भव-सागर पार उतारो।
सफल मनोरथ हमारे कीजिए!!
सुख-शांति-समृद्धि दीजिए।।
महिमा का गुणगान करें हम!!
न मिथ्याभिमान करें कभी हम।
किस्मत जगमगाए माता!!
हर आंगन में फूल खिलाए माता।।
नित्य  तेरी ज्योत... चंद्रघंटा माता।।
 

Jyoti

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