भगवान शिव ने कहा है, सुबह इस स्तुति का पाठ करने वाले के नहीं रहते बुरे दिन

Tuesday, Feb 20, 2018 - 10:58 AM (IST)

सुबह की खुशनुमा शुरुआत से सारा दिन शुभ और मंगलमय रहता है। धर्म-ग्रथों में दिन को सकारात्मक बनाने के लिए बहुत सारी हिदायतें दी गई हैं। जिससे की बंद पड़े किस्मत के ताले खुलने लगते हैं और व्यक्ति सफलता की और अग्रहर होने लगता है। यदि दिन का आरंभ अशुभता के साथ होता है तो सारा दिन नकारात्मकता हावी रहती है।    


देवों के देव महादेव बहुत भोले हैं, उनसे उनके भक्त किसी भी तरह की याचना करते हैं तो वह उसे उसी क्षण पूरा कर देते हैं। मनुष्य के कल्याण को ध्यान में रखते हुए 
वामन पुराण के चतुर्दशो ध्याय: 21 से 25 श्लोक के अंतर्गत महादेव ने एक स्तुति का विवरण दिया है। जो व्यक्ति के शुभ दिनों का संचार करती है और बुरे दिनों को हावी नहीं होने देती। नीलकंठ महादेव कहते हैं की जो धरतीवासी प्रात: उठकर एकग्रचीत होकर इस स्तुति का पाठ करेगा, उसके जीवन में आने वाले कठिन से कठिन समय पर विराम लग जाएगा। 


स्तुति-
ब्रह्मा मुरारिरित्रपुरान्कारी भानु: शशी भूमिसुतो बुधश्र्च।

गुरुश्र्च शुक्र: सह भानुजेन कुर्वन्तु सर्वे मम सुप्रभातम्।।

भृगुर्वसिष्ठ: क्रतुरडिराश्र्च मनु: पुलस्त्य: पुलद्ध: सगौतम: ।

रैभ्यो मरीचिश्चयवनो ऋभुश्र्च कुर्वन्तु सर्वे मम सुप्रभातम्।।

सनत्कुमार: सनक: सनन्दन: सनातनोप्यासुरिपिडलौ च।

सप्त स्वरा: सप्त रसातलाश्र्च कुर्वन्तु सर्वे मम सुप्रभातम्।।


रखें इन बातों का ध्यान
नहाने के पानी में गंगाजल डालकर स्नान करें।

सफेद कपड़े पहन कर स्तुति का पाठ करें।

संभव हो तो शिवालय जाकर भगवान शिव को पंचामृत चढ़ाएं। समस्त शिव परिवार का पूजन करें। खीर का भोग लगाएं, साम्थर्य के अनुसार जितना संभव हो प्रसाद बांटे और अंत में स्वयं ग्रहण करें।
 

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