भगवान महावीर ने सामाजिक कुरीतियों तथा धर्म के नाम फैले पाखंड का पर्दाफाश किया : पीयूष मुनि

Friday, Aug 25, 2023 - 07:39 AM (IST)

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भगवान महावीर ने सामाजिक कुरीतियों तथा धर्म के नाम फैले पाखंड का पर्दाफाश किया : पीयूष मुनिभगवान महावीर के 2550 वें निर्वाण वर्ष पर वर्तमान समय में उनके सिद्धांतों की उपादेयता पर व्याख्यान करते हुए भारत संत गौरव पीयूष मुनि जी महाराज ने कहा कि जब धरती पर पाप का बोझ बढ़ जाता है तो महापुरुष धराधाम को पावन करते हैं। उनके जीवन की सभी घटनाएं कल्याणक बन जाती हैं क्योंकि वह अपने तथा समाज के कल्याण के लिए अपना जीवन समर्पित कर देते हैं। 

भगवान महावीर ने सामाजिक कुरीतियों तथा धर्म के नाम फैले पाखंड का पर्दाफाश किया और उस समय के जाति-पाति के भेदभाव के ताने-बाने को उखाड़ फैंकने में योगदान दिया। सभी जीव जीना चाहते हैं, जीवन सबको प्रिय है, मरना कोई नहीं चाहता, सुख सभी को वांछित है, दुख अवांछित है। इसलिए अहिंसा सर्वश्रेष्ठ धर्म है तथा सभी परंपराओं का सार है।

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय संपर्क प्रमुख तथा 13 वर्षों तक भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री रहे राम लाल ने भगवान महावीर के इन 5 सिद्धांतों को मानवता के लिए वरदान बताया। पूजा-पद्धतियां, उपासना विधियां अलग होने पर भी सभी परंपराओं द्वारा बताया तत्व एक ही है। किसी जीव को मारना पर्याप्त नहीं, उसके प्राण बचाए रखना भी उतना ही जरूरी है। रात्रि भोजन छोड़ने का जैन नियम स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभदायक है। जैन धर्म जाति और स्थान से बंधा हुआ नहीं है बल्कि सभी मान्यताओं के लोग जैन सिद्धांतों में विश्वास रख स्वयं का कल्याण कर सकते हैं।

इस अवसर पर न्यायपालिका, प्रशासन, राजस्व, पुलिस विभाग की उच्च विभूतियों के साथ सैंकड़ों श्रद्धालुगण उपस्थित रहे। अपर महाधिवक्ता तथा पूर्व सांसद सतपाल जैन ने जैन धर्म के वैज्ञानिक सिद्धांतों की व्याख्या करते हुए इन्हें सभी को अपनाने का आग्रह किया।

Niyati Bhandari

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