ज्योतिषाचार्य कमल नंदलाल की भविष्यवाणी हुई सच, अगले 5 साल तक PM मोदी की ही चलेगी हुकुमत

Thursday, May 23, 2019 - 05:26 PM (IST)

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जैसे कि सभी जानते हैं कि लोक सभा चुनाव 2019 के नतीजे को लेकर रुझान अभी तक चल रहे हैं, जिसके परिणाम अनुसार NDA लीड कर रहा है। जिसके चलते देश की विपक्ष पार्टी के बड़े-बड़े राजनेताओं की बौखलाहट साफ-साफ नज़र आ रही है। लेकिन इसी के रहते अगर आपको याद हो तो 2018 साल के अंत में पंजाब केसरी के ज्योतिष आचार्य कमल नंदलाल ने पीएम मोदी के इतिहास रचने को लेकर एक भविष्यवाणी की थी, जिसमें उन्होंने साफ-साफ बताया था कि आने वाले 5 साल तक भारत देश पर मोदी जी की ही हुकूमत चलेगी। तो आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इनकी भविष्यवाणी बिल्कुल सच साबित हुई है। 

तो आइए नज़र डालते हैं पीएम मोदी की जन्म कुंडली पर-

इंटरनेट से मिली जानकारी के अनुसार इनका जन्म 17 सितंबर, 1950 समय 11.39, जन्म स्थान मेहसाणा (बड नगर) गुजरात में हुआ था। जिस हिसाब से इनकी कुंडली वृश्चिक लग्न की बनती है। कुंडली में लक्ष्मी नारायण योग मंगल और चंद्रमा का साथ में हैं। कुंडली में नीच का राहु पांचवे भाव में है, जिस कारण इन्हें पैतृक सुख नहीं मिल पाऐगा। सातवें भाव के अंदर शुक्र और शनि की युति है। इसके साथ ही इनकी कुंडली में भाव 11 में सूर्य, केतु और राहु के मिलन से ग्रहण दोष बन रहा है। सातवां भाव बहुत पीड़ित है समुदाय अष्टकवर्धक के अंदर ये मात्र 24 बिंदू लिए हुए हैं जिस कारण ये दाम्पत्य जीवन का आनंद नहीं उठा पाए और हमेशा देश की सेवा में तत्पर रहे।

इनकी कुंडली में चौथा बृहस्पति  बेजोड़ है क्योंकि यहां धन का स्वामी और पंचम का स्वामी चौथे भाव में है। इस कुंडली की सबसे बड़ी मंगल ग्रह है, जोकि चंद्रमा के साथ विराजमान है इसके साथ ही कुंडली में अभी चंद्रमा की महादशा है और जो 2021 तक चलेगी। ऐसा कहा जा सकता है इस महादशा के शुरू होने से उनके पराक्रम क्षेत्र में लगातार बढ़ोत्तरी हुई है।

अब बात करते हैं नरेंद्र मोदी के पॉलिटिकल करियर की। वर्तमान समय में चंद्रमा की महादशा में केतु की अंतर्दशा चल रही है जो 10 मार्च 2019 के अंदर ख़त्म होगी। इनकी कुंडली के मुताबिक जब से चंद्रमा में केतु ने प्रवेश किया है इनकी लाइफ में काफ़ी मुसीबतें आई हैं और इन पर बेबुनियाद आरोप भी लगे हैं।

केतु इनकी कुंडली में नीच का है और सूर्य के नक्षत्र में है लेकिन ये बुध के परिणाम दे रहा है यो कि आयुष और लावेश का स्वामी है। 10 मार्च 2019 के बाद चंद्रमा के अंदर शुक्र की अंतर्दशा चलेगी। शुक्र इस कुंडली में 10वें भाव में बैठा हुआ है सप्तमेष और द्वादेश का स्वामी हैं।

चूंकि नरेंद्र मोदी अपने जन्म स्थान से बाहर है इसलिए इनकी कुंडली का 12 वां भाव सुचारू रूप से काम कर रहा है और शुभ रिजल्ट दे रहा है। ज्योतिष के अनुसार जो व्यक्ति अपने जन्म स्थल के नज़दीक रहकर बिज़नेस या कोई भी कामकाज़ करता है कुंडली का 12वा भाव इसके बुरे परिणाम देता है। मोदी जी की कुंडली के अनुसार वो अपने जन्म स्थल से बाहर रहकर काम कर रहें हैं इसलिए उनको शुभ फल प्राप्त होंगे।

सूर्य इनकी कुंडली में कन्या का है इसलिए पूर्व दिशा की तरफ काम करने से इनको अच्छे परिणाम भी मिले हैं। इस दृष्टिकोण से 10 मार्च 2019 से लेकर 8 नवंबर 2020 का समय इनके लिए सर्वश्रेष्ठ रहेगा। समुदाय अष्टकवर्धक के अंदर भाव 10 वां श्रेष्ठ भाव है, जो 27 बिंदू लिए हुए है। इसी के साथ भाव 7वां, 5वां और 12वां बहुत ही हीन और क्षीण अवस्था में है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सरकार बनाने के लिए पराक्रम का भाव देखा जाता है, जिसमें समुदाय अष्टकवर्धक के अंदर बिंदू 31 हैं, भाव 11वां लाभ भाव, जनता के प्यार के भाव में 36 बिंदू और किस्मत का भाव जो 30 बिंदू लिए हुए हैं। जिसका मतलब ये निकलता है कि नरेंद्र मोदी किस्मत के बहुत धनी हैं, हर मोड़ पर किस्मत इनका अच्छा साथ देगी। आले वाले समय में ऐसी स्थिति दिखाई देती है कि 10 मार्च 2019 से लेकर 8 नंवबर 2020 के बीच के अंदर समय इनके लिए बहुत ही शुभ रहेगा। अगर इनकी कुंडली पर नज़र डाली जाए तो से इन पर साढ़ेसाती चल रही है, 2014 में इनकी कुंडली पर विद्यमान थी, जो इनके लिए काफी शुभ मानी गई है। बता दें कि साढ़ेसाती ने ही इनको प्रधानमंत्री बनाया था।
 

वहीं अगर 2019 में इनकी कुंडली के अनुसार जो गोचर बना था उसमें मंगल 1 जनवरी 2019 सुबह 7.19 पर 5वें भाव में लगनेश और राशि का स्वामी होकर आया था। जो बहुत ही अच्छी स्थिति में रहा। इसी के साथ इनकी कुंडली में शुक्र स्वराशि का था जिसे सर्वश्रेष्ठ स्थिति माना गया।  तो ऐसी संभावना बताई जा रही हैं कि इस जोड़-तोड़ के साथ नरेंद्र मोदी ही 2019 में प्रधानमंत्री बनेंगे। इसके साथ ही नए साल में इनका स्वास्थ भी अच्छा रहेगा।

2019 में क्या दोबारा PM बन पाएंगे मोदी ? (VIDEO)

 

Jyoti

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