Lockdown: अक्षय तृतीया पर नहीं बजेगी शहनाई, करना होगा 2021 का इंतजार

Friday, Apr 24, 2020 - 08:11 AM (IST)

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Lockdown: हिंदू धार्मिक ग्रंथों में अक्षय तृतीया, बसंत पंचमी और देव प्रबोधिनी एकादशी को अबूझ मुहूर्त कहा गया है। बहुत सारे कुंवारे इन शुभ दिनों का बेसब्री से इंतजार करते हैं ताकि इस अबूझ मुहूर्त में विवाह कर सकें। अक्षय तृतीया को आखातीज भी कहा जाता है। इस रोज़ शादी, सगाई व अन्य किसी भी शुभ काम के लिए अबूझ मुहूर्त होता है। बिना पंचांग देखे कभी भी शुभ काम किया जा सकता है। आमतौर पर हर साल अक्षय तृतीया पर सावाें की धूम रहती है।

साल 2020 में अक्षय तृतीया 26 अप्रैल, रविवार को है। इस वर्ष कोरोना के भय से हर कोई अपने-अपने घर में बंद है और भारत में लॉकडाउन चल रहा है। जिसके चलते अक्षय तृतीया पर शहनाई नहीं बज सकेगी। जो सिंगल लोग इस दिन प्रणय सूत्र में बंधने का इंतजार कर रहे थे, अब उन्हें 2021 में आने वाली अक्षय तृतीया का इंतजार करना होगा।

वैसे तो मई के महीने में भी शादी के बंधन में बंधने के लिए 16 मुहूर्त हैं। उसके बाद अगले साल 2021 में जनवरी, फरवरी, मार्च और 24 अप्रैल तक शादी का कोई भी शुभ मुहूर्त नहीं हैं। 2021 का पहला सावां 25 अप्रैल को है। 16 फरवरी बसंत पंचमी को भी अबूझ मुहूर्त रहेगा।

साल 2020 में लगभग 5 महीने 1 जुलाई से 24 नवंबर तक देव शयन करेंगे। 1 जुलाई को भगवान श्री हरि विष्णु क्षीरसागर में शयन के लिए जाएंगे। इस दिन देवशयनी एकादशी का शुभ दिन है। फिर वो  25 नवंबर को देवोत्थान एकादशी पर जागेंगे। इस दौरान कोई भी मांगलिक काम नहीं होगा। साल 2020 में अधिक मास रहेगा इसलिए चातुर्मास भी 4 महीने का न होकर 5 महीने का रहेगा।

 

 

 

 

Niyati Bhandari

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