जीवन में आ रही ढेरों समस्याओं का समाधान करने के लिए पढ़ें...

Saturday, Nov 19, 2016 - 01:53 PM (IST)

बात बहुत पुरानी है। एक बौद्ध गुरु के दर्शन करने के लिए लोग दूर-दूर से आते थे। गुरुजी बड़ी ही उदारता के साथ लोगों से मिलते थे। वह लोगों की समस्याओं को सुनते और उनका समाधान करते। इस तरह धीरे-धीरे शरणार्थियों की भीड़ बढऩे लगी।


तभी एक दिन गुरु जी की प्रशंसा सुन एक व्यक्ति उनसे मिलने आया। वह बहुत गरीब था। वह गुरु जी की आलौकिक छवि से प्रभावित हो गया। उसने अपनी समस्याओं को बताया और घर की ओर चल दिया लेकिन उसके मन में एक शंका थी। वह यह कि यह अगले दिन से बिल्कुल विपरीत थीं।


वह फिर गुरु जी के पास गया। गुरु जी ने उसे समस्या का समाधान बता दिया लेकिन वह व्यक्ति क्रोधित हो गया। उसने सोचा गुरु जी हर समस्या का समाधान बता देते हैं। चाहे फिर वह समस्या मेरे साथ न भी हो।

 

उसने गुरु जी से कहा, आप लोगों को मूर्ख बना रहे हैं। तब गुरु जी ने शांत स्वर में कहा, जो मैं कल था, वह आज नहीं हूं। कल वाला तो कल ही समाप्त हो गया और आज मैं नया व्यक्ति हूं। कल परिस्थितियां कुछ और थीं इसलिए तुमको दूसरे उत्तर मिले, आज कुछ और हैं इसलिए जो भी समस्या है उसे आज के आज ही दूर कर लेना चाहिए।


 

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