ये काम करने वाले लाख प्रयत्न करने पर भी नहीं बन सकते धनवान

Tuesday, Dec 13, 2016 - 11:06 AM (IST)

धन की देवी लक्ष्मी जिस पर मेहरबान हो जाएं वह संसार की सभी सुख-सुविधाओं का लाभ उठाता है। तभी तो लोग अपनी तरफ से भरपूर प्रयास करते हैं की महालक्ष्मी की कृपा प्राप्त हो जाए। सनातन धर्म के पुराणों में देवी को खुश करने के लिए बहुत सारे उपाय बताए गए हैं और नाराज होने के बहुत सारे कारण बताएं गए हैं। 


संक्षिप्त गरुड़ पुराण में बताया गया है, कुछ ऐसे काम हैं, जिन्हें अपनी दिनचर्या में शामिल करने वाला लाख प्रयत्न करने पर भी नहीं बन सकता धनवान। ये ऐसे काम हैं यदि श्री हरि विष्णु भी करें तो महालक्ष्मी उनका भी त्याग कर देती हैं। 


श्लोक
कुचैलिनं दन्तमलोपधारिणं ब्रह्वाशिनं निष्ठुरवाक्यभाषिणम्।
सूर्योदये ह्यस्तमयेपि शायिनं विमुञ्चति श्रीरपि चक्रपाणिम्।।


अर्थात्- गंदे कपड़े पहनने वाला, दांत साफ न करने वाले, भूख से अधिक भोजन ग्रहण करने वाले, असभ्य और रूखे स्वर में बात करने वाले, सूर्योदय एवं सूर्यास्त के वक्त नींद के आगोश में जाने वाले।


* निरोगी और खूबसूरत काया के लिए अवश्यक है प्रतिदिन स्नान करना और दांत साफ करना। ये दोनों काम करने के साथ यदि कुछ बातों को जहन में रखा जाए तो निरोगी और खूबसूरत काया के साथ-साथ बहुत से शुभ फलों की प्राप्ति भी की जा सकती है जैसे लक्ष्मी कृपा, कुशाग्र बुद्धि और चमकती दमकती त्वचा। सुबह सवेरे सूर्य उदय से पूर्व तारों की छाया में नहाने से अलक्ष्मी, परेशानियों और बुरी शक्तियों से मुक्ति पाई जा सकती है। स्नान करते समय गुरू मंत्र, स्तोत्र, कीर्तन, भजन या भगवान के नाम का जाप करें ऐसा करने से अक्षय पुण्यों की प्राप्ति होती है। अधिक देर तक स्नान करने से स्वास्थ्य की हानि होती है।  


* जीवनशैली में पर्याप्त नींद मिलना भी एक ऐश्वर्यशाली चीज बन गया है । रोजाना 7 से 9 घंटे की नींद लेनी चाहिए। यदि आप लगातार कम नींद ले रहे हैं, तो आगे चलकर यह कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं पैदा कर सकती है। शास्त्रों में कहा गया है कि सुबह जल्दी उठना चाहिए और रात को जल्दी सोना चाहिए दिन में केवल बीमार व्यक्ति ही नींद व आराम कर सकते हैं अन्य लोगों के लिए शास्त्रों में इसकी मनाही है। 

* “वाणी में इतनी शक्ति होती है कि कड़वा बोलने वाले का शहद भी नहीं बिकता और मीठा बोलने वाले की मिर्ची भी बिक जाती है।” हमेशा सच्चाई बोलिए तो आपको लाभ होगा किसी को दुख देने वाली वाणी का त्याग करें।


* जीवनयापन करने के लिए भोजन करना अवश्य है लेकिन भोजन के प्रति मोह रखना गलत है। मोटापे से आलस्य जन्म लेता है। जो तन, मन और धन के लिए नुकसानदायक होता है। 


* सूर्योदय से पूर्व उठना शास्त्र सम्मत ही नहीं है बल्कि स्वास्थ्य और समृद्घि के लिए भी अच्छा है। सुबह देर तक सोने से शरीर में रोग और शोक अपना बसेरा बना लेते हैं।जहां रोग और शोक होगा वहां लक्ष्मी का बसेरा नहीं हो सकता।

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