इस जन्माष्टमी घर ला रहे हैं लड्डू गोपाल तो इन नियमों का रखें खास ध्यान
punjabkesari.in Sunday, Aug 25, 2024 - 04:43 AM (IST)
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
Laddu gopal ki seva kaise kare- हिंदू धर्म में सभी व्रत और त्योहारों का अपना अलग महत्व होता है। इस तिथि के अनुसार देवी-देवताओं की पूजा करने पर मनोवांछित फलों की प्राप्ति होती हैं। हालांकि इनमें कृष्ण जन्माष्टमी को सबसे खास माना जाता है। हर साल भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को पूरे देश में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव का त्योहार मनाया जाता है। इस साल 26 अगस्त सोमवार को कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व मनाया जाएगा। इस दिन जयंती योग, सर्वार्थ सिद्धि योग और कृत्तिका नक्षत्र का महासंयोग बन रहा है। जिस वजह से इस दिन पूजा-पाठ से जुड़े कार्य करने पर सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है।
कृष्ण जी का जन्म भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को रोहिणी नक्षत्र के संयोग में हुआ था। इस दिन कृष्ण जी के बाल रूप की पूजा की जाती है। वहीं इस दौरान कुछ लोग लड्डू गोपाल को घर भी लाते हैं और उनकी विधिनुसार पूजा अर्चना करते हैं लेकिन शास्त्रों में लड्डू गोपाल को घर में रखने के खास नियम बताए गए हैं। जिन्हें अपनाने से ही लड्डू गोपाल की पूजा स्वीकार मानी जाती है। इसके अलावा जो भी भक्त सच्ची श्रद्धा से लड्डू गोपाल की सेवा करता है, उन्हें गोपाल अपने होने का साक्षात्कार ज़रूर करवा देते हैं। घर में लड्डू गोपाल को रखने के नियमों के बारें में आईए जानते हैं...
सबसे पहले आपको बता दें, लड्डू गोपाल को घर लाने के लिए जन्माष्टमी का दिन बेहद शुभ होता है। अगर आप लड्डू गोपाल को घर ला रहे हैं, तो सबसे पहले जान लें उनकी देखभाल बच्चों की तरह की जाती है। जिस प्रकार एक बच्चे को सुबह लोरी से उठाया जाता है, ठीक वैसे ही लड्डू गोपाल को भी जगाया जाता है।
इसके अलावा लड्डू गोपाल को बच्चे की तरह रोजाना स्नान करवाना चाहिए। इस दौरान उन्हें दूध, दही, शहद, गंगाजल, चीनी, आदि से स्नान करवा सकते हैं। फिर आप उन्हें साफ वस्त्र पहनाएं और श्रृंगार करें।
तो वहीं, लड्डू गोपाल को घर में रखने का सबसे पहला नियम है कि भोजन में हमेशा सात्विकता होनी चाहिए। साथ ही भोजन का सबसे पहला भोग लड्डू गोपाल को ही लगाएं। उन्हें दिन में 4 बार भोजन कराएं।
रोजाना लड्डू गोपाल की पूजा करें। पूजा के दौरान उन्हें माखन-मिश्री, बूंदी के लड्डू और हलवे का प्रसाद भी चढ़ा सकते हैं। इस दौरान उनके गीत और मंत्र से पूरी पूजा संपन्न करनी चाहिए।
यदि आप घर में लड्डू गोपाल को रख रहे हैं तो उन्हें कभी भी अकेला नहीं छोड़ना चाहिए। अगर आप लंबे समय के लिए बाहर जा रहे हैं, तो उन्हें साथ लेकर जाएं। साथ ही रात को उन्हें हमेशा लोरी या गीत गाकर ही सुलाना चाहिए।
तो चलिए आगे जानते हैं लड्डू गोपाल को भोग लगाने के नियमों के बारें में
लड्डू गोपाल को हमेशा सात्विक भोजन का भोग लगाएं।
इस दौरान पीतल के गिलास में उन्हें पानी देना चाहिए।
लड्डू गोपाल के भोग में मीठी चीजों को जरूर शामिल करें।
भोग बनाते वक्त शुद्धता का खास ख्याल रखें।
लड्डू गोपाल के भोग के बर्तनों को प्रतिदिन साफ करना चाहिए।
लड्डू गोपाल को चढ़ाए जाने वाले जल और भोग में तुलसी का प्रयोग भी करना चाहिए।