Kundli Tv- कामदा एकादशी व्रत: इस पूजा से मिलेगा सभी देवों के पूजन का फल

Tuesday, Aug 07, 2018 - 04:27 PM (IST)

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प्रत्येक एकादशी व्रत की भांति इस कामदा एकादशी का व्रत करने का पूर्व संकल्प करके ही व्रत किया जाता है तथा द्वादशी को सूर्य भगवान को जल चढ़ाकर तथा ब्राह्मणों को दान आदि देकर ही व्रत का पारण करना चाहिए। इस दिन प्रात: सूर्योदय से पूर्व उठकर अपनी स्नानादि क्रियाओं से निवृत होकर भगवान का विधिवत धूप, दीप, नेवैद्य, फल, तुलसी और पुष्पादि से पूजन करें। इस दिन भगवान श्रीहरि का पूजन विष्णु, माधव, केशव और मधुसूदन रूप में किया जाता है। 

 
व्रत में तुलसी पूजन की महिमा
इस व्रत में तुलसी एवं तुलसी मंजरी से भगवान का पूजन करना अति उत्तम है। भगवान को तुलसी अति प्रिय है, इसी कारण वह हीरे, मोती, मणियों आदि से पूजित किए जाने पर भी इतने प्रसन्न नहीं होते जितने तुलसी के एक पत्ते से। तुलसी मंजरी से किए गए पूजन से जीव के जन्म जन्मांतरों के पाप मिट जाते हैं। तुलसी सौभाग्यदायक एवं विपत्ति विनाशक है। शास्त्रानुसार जैसे गंगा कोई साधारण नदी नहीं बल्कि श्रेष्ठ तीर्थ है वैसे ही तुलसी कोई पौधा नहीं बल्कि भगवान के साक्षात दर्शन हैं। हिंदू धर्म में तुलसी का पौधा लगाना अति शुभदायक है तथा प्रत्येक कर्मकाण्ड में तुलसी का होना उत्तम माना जाता है। जिस स्थान पर तुलसी का पौधा होता है वहां ब्रह्मा, विष्णु और महेश के साथ ही समस्त देवों का वास रहता है। इसी कारण तुलसी पूजन करने से ही सभी देवों के पूजन का फल एक साथ मिल जाता है।


पदमपुराण के अनुसार तुलसी की महिमा अपार है। इसके दर्शन करने मात्र से ही जीव के सभी प्रकार के पाप मिट जाते हैं, तुलसी को स्पर्श करने से शरीर पवित्र हो जाता है, प्रणाम करने पर रोगों का निवारण होता है, जल से सींचने पर यह यमराज के भय को मिटाती है तथा तुलसी रोपित करने पर प्रभु के समीप ले जाती है। इसके अतिरिक्त तुलसी दल से पूजन करने पर मोक्ष की प्राप्ति होती है। 

वीना जोशी
veenajoshi23@gmail.com


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Niyati Bhandari

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