Krishnapingala Sankashti Chaturthi: गणेश जी के सामने बोले ये मंत्र, रुठी खुशियां लौटेंगी तुरंत

Thursday, Jun 16, 2022 - 01:06 PM (IST)

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Krishnapingala Sankashti Ganesh Chaturthi 2022 date: आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष की संकष्टी चतुर्थी इस बार 17 जून शुक्रवार को पड़ रही है। जो सुबह 6.10 बजे से आरंभ हो जाएगी। ये इस पक्ष की पहली संकष्टी तिथि है।  कृष्णपिङ्गल संकष्टी चतुर्थी का व्रत 17 जून को ही रखा जाएगा। संकष्टी तिथि पर चन्द्र पूजन करने का विशेष महत्व है। जबकि विनायक चतुर्थी पर वर्जित होता है। संकष्टी पूजन पर चन्द्र देव की पूजा का विशेष लाभ मिलता है और इसके अभाव में व्रत पूरा नहीं माना जाता। 

Krishnapingala Sankashti Chaturthi 2022: कृष्णपिङ्गल संकष्टी चतुर्थी के दिन अत्यंत शुभ योगों का निर्माण हो रहा है। इन्द्र योग तथा सर्वार्थ सिद्धि योग इस व्रत के महत्व को और भी बढ़ा देते हैं। मान्यता है की सर्वार्थ सिद्धि योग में जो भी काम किया जाए वो सफल होता है । इस योग का समय 11 बजकर 29 मिनट से 12 बजकर 26 मिनट तक रहेगा। इस योग के बीच गणेश जी को गाय के दूध से स्नान करवाकर अक्षत और फूल अर्पित करते हुए शकरकंद का अथवा गुड़ से बनी किसी भी मिठाई का भोग लगाएं। इसी बीच भगवान गणेश के मंत्र का उच्चारण करते हुए अपनी मनोकामना गणेश जी के सामने रखें।

ॐ गं गणपतये नमो नमः

कृष्णपिङ्गल संकष्टी चतुर्थी की रात को चन्द्रोदय 10 बजकर 3 मिनट पर होगा। चन्द्र उदय होने पर चांदी के किसी पात्र में पानी भरकर उसके अंदर शहद डालकर अर्ध्य दें। इसके बाद पूरी विधि से चांद का पूजन करें। 

वायव्य कोण यानी उत्तर पश्चिम की तरफ मुख करके चन्द्र पूजन करने से विशेष लाभ मिलेगा। अर्ध्य दिए गए पात्र में गंगा जल भर कर इसी दिशा की ओर अगली सुबह तक रख दें। 18 जून शनिवार को सुबह इस जल को चरणामृत के रुप में सभी घर वालों को दें, अंत में स्वयं भी ग्रहण करें।

नीलम
8847472411 

Niyati Bhandari

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