Mahabharat: श्री कृष्ण ने बताया, घर में ये चीजें रखने से दरिद्रता नहीं आती

Thursday, Apr 04, 2024 - 08:36 AM (IST)

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Mahabharat: सनातन धर्म के पुराणों में जीवन से संबंधित सभी समस्याओं का हल बताया गया है। महाभारत काल में युधिष्ठिर ने श्रीकृष्ण से प्रश्न किया था कि घर में सुख-समृद्धि का वास बना रहे इसके लिए क्या करना चाहिए ? तब श्रीकृष्ण ने बताया था की कुछ ऐसी चीजें हैं, जिन्हें हमेशा अपने घर में रखना चाहिए। जिस घर में ये चीजें हमेशा विद्यमान रहती हैं, उस घर में दरिद्रता कभी नहीं आती। आईए जानें कौन सी हैं वह चीजें-


घी
प्रतिदिन घर के मंदिर में गाय के घी का दीप अर्पित करना और प्रसाद भोग लगाने से देवी-देवता आति शीघ्र अपनी कृपा बरसाते हैं। काफी किस्म का घी बाजार में आसानी से उपलब्ध होता है लेकिन गाय के दूध से बना घी ही देवी- देवताओं को अर्पण किया जाना चाहिए और घर में भी रखें।  



पानी
कम कमाई में भी पैसा जोड़ना चाहते हैं तो अपने वॉश रूम में हमेशा एक बाल्टी पानी भर कर रखें। घर में मेहमान आने पर सबसे पहले उन्हें पानी दें, ऐसा करने से अशुभ ग्रह शुभ होते हैं।


शहद
वास्तुनुसार घर में जो भी नकारात्मक ऊर्जा होती है वह शहद की पॉजिटिव एनर्जी से मिल कर समाप्त हो जाती है। जिससे परिवार के सभी सदस्यों को फ़ायदा होता है इसलिए बहुत से घरों में इसे आवश्यक रूप से रखा जाता है। शहद को किसी साफ और सुरक्षित स्थान पर रखें। इससे घर में बरकत बनी रहेगी और फिजूल खर्चों में कमी आएगी। 


चंदन
ज्योतिषाचार्य मानते हैं की सप्ताह वार के अनुसार तिलक लगाने से ग्रहों को अपने अनुकुल बनाया जा सकता है और उन से श्रेष्ठ एवं शुभ फलों की प्राप्ति की जा सकती है। चंदन तिलक को धारण करने का विशेष महत्व है। चंदन का तिलक शीतल होता है उसे धारण करने से पापों का नाश होता है। इसकी खुशबू से वातावरण में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। 


वीणा
विद्या, ज्ञान और बुद्धि की देवी मां सरस्वती के हाथों में सदा वीणा रहती है। पुराणों में मां सरस्वती को कमल पर बैठा दिखाया जाता है। कीचड़ में खिलने वाले कमल को कीचड़ स्पर्श नहीं कर पाता इसलिए कमल पर विराजमान मां सरस्वती हमें यह संदेश देना चाहती हैं कि हमें चाहे कितने ही दूषित वातावरण में रहना पड़े, परंतु हमें खुद को इस तरह बनाकर रखना चाहिए कि बुराई हम पर प्रभाव न डाल सके। घर में सदा देवी सरस्वती का रूप और वीणा रखें।

Niyati Bhandari

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