भक्ति के साथ-साथ लूटें पर्यटन का मजा

Tuesday, May 22, 2018 - 10:59 AM (IST)

ये नहीं देखा तो क्या देखा

ठाणे जिले में कर्जत के पास स्थित कोंडेश्वर झरना एक ऐसा लोकप्रिय पिकनिक स्थल है जहां आप अपनी छुट्टियों को यादगार बना सकते हैं। स्थानीय लोगों के साथ ही उल्हासनगर, अंबरनाथ, कल्याण, डोंबिवली, ठाणे, मुम्बई सहित पश्चिमी मुम्बई उपनगरों से हजारों की संख्या में इस स्थल पर बड़े पैमाने पर युवा वर्ग पिकनिक मनाने आता है। शनिवार-रविवार के दिन यहां बड़ी भीड़ होती है और बरसात के दिनों में सैलानी बड़ी संख्या में यहां प्राकृतिक सुंदरता का लुत्फ उठाने आते हैं। बदलापुर रेलवे स्टेशन से लगभग 6 से 7 किलोमीटर के अंतर पर स्थित दो पहाडिय़ों के बीच में भगवान भोलेनाथ का प्राचीन कोंडेश्वर मंदिर, कोंडाना गुफाएं और पेठ किला भी है। जो इस क्षेत्र को पर्यटकों के लिए एक आदर्श पर्यटन क्षेत्र बना देते हैं।


कोंडेश्वर मंदिर : कोंडेश्वर मंदिर कर्जत का एक प्राचीन मंदिर है जो भगवान शिव को समर्पित है। यहां साल भर हजारों श्रद्धालु मंदिर में पूजा-अर्चना करने आते हैं। बरसात के दिनों में मंदिर का संपूर्ण परिसर पिकनिक स्पॉट बन जाता है। बरसात होने पर मंदिर के समीप ही झरना बहता है। यह मंदिर शिल्प एवं वास्तुकला का अद्भुत नमूना है। इस मंदिर में सोमवार व महाशिवरात्रि जैसे कुछ पवित्र अवसरों पर भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है जो भक्ति के साथ-साथ पर्यटन का मजा भी लूटते हैं। 


कोंडाना गुफाएं: कोंडाना गुफाएं कर्जत में स्थित हैं। ये उस प्राचीन जीवनशैली की झलक दिखाती हैं जिसका अनुपालन बौद्ध लोग करते थे। चट्टानों को काटकर बनाई गई इन प्राचीन गुफाओं में अनेक मूर्तियां, स्तूप, विहार और चैत्य शामिल हैं। ये गुफाएं दूसरी शताब्दी में बनाई गई थीं। मूर्तियां और स्तूप बौद्ध वास्तुकला के प्रतिनिधि हैं जिन्हें उस समय अपनाया गया था। गुफाओं के अंदर की गई नक्काशी में स्त्री और पुरुष को विभिन्न नृत्य मुद्राओं में दिखाया गया है। दुर्भाग्यवश भूकम्प में इन गुफाओं के प्रवेश द्वार, जमीन और कई स्तूप नष्ट हो गए थे। वर्ष भर यहां बौद्ध धर्म को मानने वालों की भीड़ उमड़ती है।


पेठ किला : पेठ किला जिसे कोतलिगढ़ भी कहा जाता है, कर्जत के पास छोटे से गांव पेठ में स्थित है तथा पर्यटन का एक प्रमुख स्थान है। पेठ पहाड़ी संपूर्ण क्षेत्र का एक मनोरम दृश्य प्रस्तुत करती है क्योंकि यह माथेरान की पृष्ठभूमि में स्थित है। यहां से संपूर्ण कोकण ग्रामीण क्षेत्र का विस्तार देखा जा सकता है। किले के पास ही भगवान भैरोबा की एक पवित्र मूर्त है जो एक गुफा के अंदर है। पेठ किला वर्तमान में खंडहर है। हालांकि पास के पानी के कुंड अभी भी सही सलामत हैं। इस किले का निर्माण महान मराठा शासकों ने शत्रुओं से अपने राज्य की रक्षा करने के लिए किया था। इस क्षेत्र के अन्य दो पर्यटन स्थल नेथेरसोल बांध और फनसद वन्य जीवन अभयारण्य हैं।


कैसे पहुंचें?
वायुमार्ग से कोंडेश्वर पहुंचने के लिए मुम्बई नजदीकी एयरपोर्ट है। वहां से रेलवे अथवा अन्य वाहनों से कोंडेश्वर पहुंच सकते हैं। कोंडेश्वर, मुम्बई-पुणे रेलखंड पर मुम्बई से लगभग 55 किलोमीटर की दूरी पर स्थित कर्जत क्षेत्र में आता है। पुणे से लोग मध्य रेलवे के कर्जत तथा ठाणे, मुम्बई से लोग बदलापुर उपनगरीय रेलवे स्टेशन से कोंडेश्वर पहुंच सकते हैं।

Niyati Bhandari

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