इस मंदिर का रहस्य जानकर आप भी हो जाएंगे हैरान

Monday, May 06, 2019 - 02:25 PM (IST)

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आप सब ये तो जानते ही होंगे कि हमारे भारत देश में बहुत से ऐसे चमत्कारी मंदिर हैं जिनकी मान्यताएं दूर-दूर तक फैली हुई हैं। इतना ही नहीं बल्कि इन मंदिरों के रहस्य अभी तक पुरातत्व विभाग और वैज्ञानिक भी नहीं जान पाए हैं। कई लोग तो इन चमत्कारों में आस्था रखते  हैं लेकिन कई लोग इसे अंधविश्वास मानते हैं। लेकिन आज हम आपको एक ऐसे मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसके बारे में आप भी जानकर हैरान हो जाएंगे। जी हैं, ये एक ऐसा मंदिर हैं जो सब चमत्कारों से अलग है। कहते हैं बाहर जितनी मरजी गरमी क्यों न हो लेकिन मंदिर के अंदर जाने के बाद आपको ठंड का एहसास होगा। तो चलिए जानते हैं इसके बारे में-

यह मंदिर उड़ीसा के टिटलागढ़ में मौजूद है, ऐसा कहा जाता है कि मंदिर के दरवाजे बंद कर देने पर इस मंदिर के अंदर बहुत अधिक ठंडक बढ़ जाती है परंतु इस मंदिर के बाहर इतनी गर्मी रहती है कि 5 मिनट अगर व्यक्ति खड़ा हो जाए तो उसका पूरा शरीर पसीने से भीग जाता है। बाहर इतनी गर्मी रहती है कि आपको लू भी लग सकती है। ये मंदिर भगवान शिव व माता पार्वती को समर्पित है।

उड़ीसा का टिटलागढ़ सबसे गर्म स्थानों में से एक स्थान माना गया है, परंतु इस स्थान पर कुम्हड़ा पहाड़ पर शिव पार्वती का मंदिर मौजूद है, जोकि अपने आप में बहुत से रहस्य छुपाए हुए हैं। यहां पर पथरीली चट्टाने हैं जिसकी वजह से यहां बहुत ही भयंकर गर्मी रहती है, परंतु इतनी गर्मी होने के बाद भी इस मंदिर के अंदर का मौसम ठंडा रहता है। इस मंदिर के अंदर गर्म मौसम का कोई भी प्रभाव नहीं रहता है। मंदिर के पुजारियों का कहना है कि इस मंदिर में स्थापित देव प्रतिमाओं से ही ठंडक उत्पन्न होती है। भगवान शिव जी और माता पार्वती जी की मूर्तियों से ठंडी हवा निकलती रहती है जो पूरे मंदिर को ठंडा कर देती है।

मान्यताओं के अनुसार इस मंदिर के बाहर का वातावरण जैसे-जैसे गर्म होता रहता है और धूप बढ़ती रहती है व उसी के साथ-साथ मंदिर के अंदर का तापमान भी ठंडा होता रहता है। गर्मियों के मौसम में इस मंदिर का तापमान इतना घट जाता है कि कंबल ओढ़ने की नौबत आ जाती है। इस मंदिर के रहस्य को जानने के लिए वैज्ञानिकों ने काफी कोशिश की थी परंतु आज तक वैज्ञानिकों को भी इसका कोई रिजल्ट प्राप्त नहीं हो पाया है।

Lata

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