कहां है श्री सिद्धगंगा मठ, क्या है इसकी खासियत?

Thursday, Jan 30, 2020 - 02:32 PM (IST)

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आए दिन भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसी न किसी दौरे पर जाते ही रहते हैं। इस कड़ी में बीेते कुछ दिनों में हमारे (पी.एम) मोदी जी कर्नाटक के तुमकुर का तथा यहां के श्री सिद्धगंगा मठ का दौरा करके आए। जहां उन्होंने जनसभा को संबोधित भी किया। कहा जाता कर्नाटक में स्थापित हर मठ का अपना अलग अलग महत्व है। यहां इन मठों का अपना प्रभुत्व तथा दबदबा है।

साथ ही साथ ये भी बताया जाता है कि राज्य में सबसे अधिक दबदबे वाले लिंगायत समुदाय की संख्या 18 फीसदी है और श्री सिद्धगंगा मठ लिंगायत समुदाय का ही मुख्य मठ माना जाता है। बता दें सिद्धगंगा मठ बेंगलुरु से लगभग 80 किलोमीटर दूर तुमकुरु में स्थित है। इन सबके अलावा इस मठ को भाजपा का समर्थक भी माना जाता है।

आइए जानते हैं इस मठ से जुड़ी कुछ खास बातें-
लोक मान्यताओं के अनुसार श्री सिद्धगंगा मठ बहुत पुराना है। ये एक तरह का गुरुकुल माना जाता है, जो दिखने में बहुत ही सुंदर तथा शांति प्रदान करने वाला प्रतीत होता है। बताया जाता है ये मठ ज़रूरतमंदों और गरीबों की सेवा करता है। करीबन 16 साल के इस मठ में लगभग 8000 से भी ज्यादा बच्चों को मुफ्त भोजन, आश्रय और शिक्षा दिया है। यहां के लोगों बताते हैं कि इस मठ में आज तक बच्चों के साथ किसी भी प्रकार का भेदभाव नहीं किया जाता है।

अर्थात यहां सभी धर्मों और समुदायों के बच्चों को आश्रय दिया गया हैं। इंटरनेट से मिली जानकारी के अनुसार श्री सिद्धगंगा मठ में नेत्रहीन स्कूल की भी सुविधा है जहां 100 से भी अधिक बच्चों को मुफ्त शिक्षा दी जाती है। साथ ही साथ भोजन और हॉस्टल की भी सुविधा दी जाती है।

कहा जाता है श्री सिद्धगंगा मठ की स्थापना 15वीं शताब्दी में श्री गोशाला सिद्धेश्वर स्वामी जी द्वारा की गई थी। पिछले वर्ष 2019 में सिद्धगंगा मठ के प्रमुख डॉक्टर शिवकुमार स्वामी का 111 साल की उम्र में निधन हो गया था जिसके बाद 55 वर्षीय सिद्दलिंग महास्वामी को इस मठ का प्रमुख बनाया दिया गया।

Jyoti

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