ये है माता लक्ष्मी को खुश करने का सबसे आसान Formula, क्या आप न है आज़माया

Friday, May 29, 2020 - 11:39 AM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
ज्योतिष शास्त्र में प्रत्येक देवी-देवताओं को सप्ताह का एक एक दिन समर्पित है। इनमें से देवी लक्ष्मी को शुक्रवार का दिन प्रदान है। कहा जाता है सप्ताह का ये दिन माता लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए बहुत ही विशेष होता है। अब इतना तो सब जानते ही हैं, देवी लक्ष्मी जब प्रसन्न होती हैं तो क्या होता है? जी हां आप सही सोच रहे हैं, इनके प्रसन्न होने से व्यक्ति को अपार धन-संपत्ति का वरदान प्राप्त होता है। लेकिन कुछ ऐसे भी लोग होते हैं जिन्हें ये नहीं पता रहता कि इन्हें प्रसन्न करने का सबसे आसान और बेस्ट तरीका क्या है। कोई बात नहीं, अगर आप अभी तक इन बातों से अंजान है तो हम आपको बता देते हैं कि कैसे बहुत ही आसान तरीके व कम समय में आप देवी लक्ष्मी को खुश करके उनसे अपार धन का आशीर्वाद पा सकते हैं। तो चलिए देर न करते हुए आपको विस्तारपूर्वक बताते हैं ज्योतिष व धार्मिक शास्त्र में वर्णित देवी लक्ष्मी की पूजा की सबसे आसान विधि-

ज्योतिषी बताते हैं कि इस दिन सुबह-शाम देवी लक्ष्मी की विधिवत पूजा करनी चाहिए। इस बात का खास ध्यान रखें कि देवी लक्ष्मी की पूजा उनके अर्धांग श्री हरि विष्णु जी के साथ ही करें। अन्यथा पूजा का संपूर्ण फल प्राप्त नहीं होता।

यूं तो शास्त्रों में हिंदू धर्म के समस्त देवी-देवताओं को फूल आदि अर्पित किए जाते हैं मगर कहा जाता है अगर इस दौरान वास्तु का भी थोड़ा सा ध्यान दिया जाए तो और अधिक लाभ प्राप्त होता है। इसका मानें तो शुक्रवार के दिन मां लक्ष्मी को लाल रंग के फूल अर्पित करने अधिक लाभप्रद माना जाता है। तो वहीं इसके अलावा मां लक्ष्मी को कमल का फूल भी अर्पित करने से अच्छे फल प्राप्त होते हैं।

इस बात का खास ध्यान रखें कि देवी लक्ष्मी की पूजा के बाद इन्हें किसी मिष्ठान का भोग ज़रूर लगाएं। संभव हो तो हलवा, खीर आदि का भोग लगा सकते हैं। इसके अलावा निम्न दी गई आरती का गायन करें। कहा जाता है इससे माता लक्ष्मी प्रसन्न होकर समस्च प्रकार की बाधाएं पूरी कर देती हैं।

लक्ष्मी मां की आरती
ॐ जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता
तुम को निश दिन सेवत, हर विष्णु विधाता....
ॐ जय लक्ष्मी माता...।।
उमा रमा ब्रह्माणी, तुम ही जग माता
सूर्य चंद्रमा ध्यावत, नारद ऋषि गाता
ॐ जय लक्ष्मी माता...।।
दुर्गा रूप निरंजनि, सुख सम्पति दाता
जो कोई तुमको ध्याता, ऋद्धि सिद्धि धन पाता
ॐ जय लक्ष्मी माता...।।
तुम पाताल निवासिनी, तुम ही शुभ दाता
कर्म प्रभाव प्रकाशिनी, भव निधि की त्राता

ॐ जय लक्ष्मी माता...।।
जिस घर तुम रहती सब सद्गुण आता
सब संभव हो जाता, मन नहीं घबराता
ॐ जय लक्ष्मी माता...।।
तुम बिन यज्ञ न होते, वस्त्र न कोई पाता
खान पान का वैभव, सब तुमसे आता
ॐ जय लक्ष्मी माता...।।
शुभ गुण मंदिर सुंदर, क्षीरोदधि जाता
रत्न चतुर्दश तुम बिन, कोई नहीं पाता
ॐ जय लक्ष्मी माता...।।
महालक्ष्मीजी की आरती, जो कोई नर गाता
उर आनंद समाता, पाप उतर जाता
ॐ जय लक्ष्मी माता...।।

Jyoti

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