चावल के ये 4 दानें बना सकते हैं आपको महादेव का खास भक्त

Friday, Jul 03, 2020 - 04:51 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
यूं तो हिंदू धर्म में बहुत से देवी-देवता हैं, परंतु मुख्य रूप से त्रिदेव को जाना जाता है। शास्त्रों में किए उल्लेख के अनुसार श्री हरि विष्णु संहार के पालनकर्ता हैं, ब्रह्मा जी को सृष्टि के रचयिता के रूप में जाना जाता है तथा महादेव को संहार कर्ता के नाम से। धार्मिक ग्रंथों की मानें तो देवों के देव महादेव के आदेश पर ही ब्रह्मा जी ने सृष्टि का निर्माण किया था। हिंदू धर्म में महादेव को अन्य कई नामों से जाना जाता है। कोई इन्हें भोलेनाथ कहता है, कोई आदिदेव, कोई भगवान शंकर, कोई शिव तो कोई शंभूनाथ। ऐसी मान्यताएं हैं कि देवों के देव महादेव की भक्ति के बिना मोक्ष प्राप्त हो पाना संभव नहीं है। यही कारण हिंदू धर्म से संबंध रखने वाले लोग प्रत्येक समय इनकी भक्ति में लीन रहते हैं, परंतु ये भक्ति चरम सीमा पर तब पहुंचती है, जब साल का वो माह आरंभ होता है जो कहा जाता है महादेव को अधिक प्रसन्न है।

जीं हां, हम बात कर रहे हैं 6 जुलाई से शुरू होने वाले सावन माह की, एक तरफ़ जहां शिवरात्रि के दौरान भक्तों की भीड़ मंदिरों नें दिखाई देती है तो वही सावन का पूरा महीना शिव भक्तों के जयकारे सुनाई पड़ते है। हालांकि इस बार कोरोना के चलते सावन में भक्तों की भीड़ देखने को मिेलेगी। परंतु इसका मतलब ये नहीं है कि लोग भोलेनाथ को प्रसन्न करने का मौका खो देंगे। जी हां, हम आपको शिव जी को खुश करने के एक ऐसा तरीका बताने वाले हैंं जिसे करने में आपको किसी तरह की कोई मेहनत नही लगानी होगी।


दरअसल बता दें ये चमत्कारी उपाय शिवपुराण में दिए गए हैं, जिन्हें बस अपनाने की देर है, क्योंकि एक बार जब इन्हें अपना लिया जाएगा तो इसका शुभ प्रभाव आपके जीवन पर ऐसे होगा कि आप खुद समझ नहीं पाएंगे कि कैसे 1 ही झटके में आपकी सारी परेशानियां दूर हो जाएंगी। इतना ही नहीं अगर आप पर किसी भूत प्रेत का साया होगा तो इन उपायों को करने से भी वो भी दूर हो जाएगा। 

तमाम धार्मिक शास्त्रों में भगवान शंकर को भोलेनाथ के नाम से जाना जाता है, ऐसा कहा जाता है कि ये बहुत शीघ्र ही अपने भक्तों पर प्रसन्न हो जाते हैं, जिस कारण इन्हें इस नाम से जाना जाता है। तो चलिए जानते हैं क्या वो खास उपाय- 

मं‍त्र :
ॐ नम: शिवाय ।।

मंत्र का जप करते शिवलिंग पर 4 साबूत चावल के दाने अर्पित करें, और अपनी समस्याओं की मुक्ति की प्रार्थना करें। इसके अलावा कहा जाता है उपरोक्त मंत्र का जप करते हुए सावन के माह में अगर शिवलिंग का दूध, दही, शकर, घी, शहद और गन्ने के रास से अभिषेक करने से भी शुभ फल प्राप्त होते हैं। ऐसी मान्यता है कि सावन के माह में शिव मं‍त्रों का जाप करने से समस्त प्रकार के दुखों का निवारण होता है।

Jyoti

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