भविष्य पुराण से जानें कैसे घर में नहीं आती सुख-समृद्धि

Saturday, Aug 01, 2020 - 03:45 PM (IST)

शास्त्रोंं की बात, जानें धर्म के साथ
हमारे हिंदू धर्म में ऐसे कई शास्त्रों के बारे में बताया गया है जिनमें न केवस हमारे देवी-देवताओं से जुड़े रहस्य आदि पढ़ने को मिलते हैं बल्कि इसमें ऐसी भी कई बातें बताई गई है, जिसमें मानव जीवन को सुधारने से जुड़े राज़ा हैं। मगर कमी कहां आती है? अगर हमारे पास ये सारे धर्म ग्रंथ हैं, तो भी क्यों मानव जीवन इतनी परेशानियों से घिरा है? इसका कारण समय की कमी, आज कल लोग बस पैसे कमाने में लगे हैं, और कुछ ऐसी बातों को नज़़रअंदाज़ कर देते हैं जिसका भुगतान आगे चलकर हमें ही भुदतना पड़ता है। आज हम आपको अपने इस आर्टिकल में बताने वाले हैं भविष्य पुराण में बताई उन दों बातों के बारे में जिसे जानना शायद हर किसी के ज़रूरी है।

बता दें भविष्यपुराण हिंदू धर्म के प्रमुख पुराणों में से एक है। जिसमें धर्म, सदाचार, नीति, उपदेश, अनेकों आख्यान, व्रत, तीर्थ, दान, ज्योतिष एवं आयुर्वेद के विषयों का संग्रह है। तो वहीं इसमें नित्यकर्म, संस्कार, सामुद्रिक लक्षण, शान्ति तथा पौष्टिक कर्म आराधना और अनेक व्रतोंका का भी विस्तृत वर्णन है। 

आमतौर लोग यही जानते हैं कि भविष्य पुराण में भविष्य में होने वाली घटनाओं का वर्णन है। मगर बहुत कम लोग हैं जिन्हें ये पता है कि इसके अलावा भी इसमें बहुत कुछ बताया गया है। तो चलिए जानते हैं क्या है वो खास जानकारी, जिसमें घर से जुड़ी खास बातों का वर्णन किया गया है कि किस स्थान पर लिया घर अच्छा नहीं होता-

ऐसे स्‍थान को करें अवॉयड
भविष्‍यपुराण के अनुसार ज‍िस स्‍थान पर मांस-मद‍िरा की दुकान हो या उसकी खरीद-फरोख्‍त अधिक होती हो ऐसे स्‍थान पर कभी घर नहीं लेना चाहिए न बनवाना चाहिए। ऐसा कहा जाता है कि इन जगहों पर नकारात्‍मक शक्तियों का अधिक वास होता है। ऐसे में इस तरह की जगह पर बनाए गए घर में कई तरह की मुश्किलें आती रहती हैं। इस लिए इस बात का खास ख्याल रखना चाहिए। 

इस बात का ध्‍यान रखना ज़रूरी 
प्रत्येक व्यक्ति को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि कभी भी घर का निर्माण मंदिर के मार्ग पर या फिर यज्ञशाला यानि क‍ि जहां पर यज्ञ-हवन का आयोजन होता हो ऐसे स्थान पर कभी न करें। अन्‍यथा ऐसी जगह पर बना घर तमाम तरह की द‍िक्‍कतें उत्पन्न करता है। इस संबंध में यह तर्क भी दिया जाता है क‍ि यज्ञशाला में नियमित रूप से हवन-पूजन होता है परंतु घर बनने के बाद वहां पर पूजा-पाठ बंद हो जाता है। इससे उस स्‍थान पर नकारात्‍मक शक्तियों का वास अधिक होने लगता है, ज‍िसका सीधा प्रभाव उसके समीप बने घर पर पड़ता है। 

Jyoti

Advertising