Kharmas 2020: आज से खरमास आरंभ, Good luck के लिए करें ये काम

Saturday, Mar 14, 2020 - 09:44 AM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ

आज 14 मार्च से खरमास का आरंभ हो गया है। जिसे मलमास के नाम से भी जाना जाता है। 13 अप्रैल को इसका समापन होगा। सूर्य मीन राशि को छोड़ कर मेष राशि में प्रवेश करेंगे। 14 अप्रैल से पुन: शुभ और मांगलिक कार्य आरंभ हो जाएंगे। वर्तमान समय में सूर्य ने कुंभ राशि को छोड़ एक महीने तक देव गुरु बृहस्पति की राशि मीन में अपना बसेरा बना लिया है। जब सूर्य मीन राशि में रहते हैं तो उस महीने को मलमास या खरमास के नाम से जाना जाता है। ज्योतिष विद्वान कहते हैं जब भी कोई ग्रह राशि परिवर्तन करता है तो उसका अच्छा-बुरा प्रभाव हर राशि पर पड़ता है। आने वाले एक महीने में अनुमान लगाया जा रहा है की भारत में सुख-शांति बनी रहेगी। महंगाई भी कम होने के आसार हैं। 1 माह तक रहें सावधान और न करें ये काम अन्यथा भुगतने पड़ सकते हैं घातक परिणाम-

नई प्रॉपर्टी, जमीन-जायदाद, घर, वाहन की खरीददारी न करें।

गोद भराई और नए घर का गृह प्रवेश भी न करें। 

वाद-विवाद से दूर रहें।

मांस-मदिरा का सेवन न करें।

घर आए भिखारी को अथवा जरुरतमंद को अपनी शक्ति के अनुसार दान-दक्षिणा जरूर दें।

विवाह, सगाई, रोका, लड़का-लड़की को दिखाना जैसे मांगलिक काम वर्जित रहते हैं।

सूर्य देव के उदय होने से पहले बिस्तर त्याग दें।

दिन में न सोएं।

करें ये काम
शास्त्रों के अनुसार इस मीन मास में सुबह सूर्योदय से पहले उठकर अपने नित्यकर्म से निवृत्त हो जाना चाहिए। यथा संभव भगवान विष्णु के नाम का जाप करना चाहिए। इन दिनों भगवान विष्णु की पूजा करनी चाहिए साथ ही गो दान, ब्राह्मण की सेवा, अपनी शक्ति के अनुसार दान आदि देने का पुण्य हज़ार गुना अधिक मिलता है। 

पूजन विधि: प्रातः काल में सूर्यदेव का विधिवत दोषोपचार पूजन करें। लाल तेल का दीप करें, गुग्गल की धूप करें, रोली, केसर, सिंदूर व आलता चढ़ाएं। लाल-पीले फूल चढ़ाएं, गुड़ में बने हलवे का भोग लगाएं तथा रोली, हल्दी व सिंदूर मिश्रित जल से सूर्य देव को अर्घ्य दें तथा लाल चंदन की माला से इस विशेष मंत्र का 1 माला जाप करें। पूजन के बाद भोग प्रसाद रूप में वितरित करें। 

पूजन मंत्र: ॐ दिनकराय नमः॥

Niyati Bhandari

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