श्री अकाल तख्त साहिब से ‘खालसा वहीर’ शुरू

Thursday, Nov 24, 2022 - 08:52 AM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ

शस्त्रों संबंधी किसी हिन्दू वीर को एतराज नहीं, कुछ संगठनों ने बनाया विवाद का विषय: अमृतपाल सिंह

अमृतसर (सर्बजीत, स.ह.): जयकारों की गूंज से आज ‘वारिस पंजाब दे’ संगठन द्वारा ‘खालसा वहीर’ (खालसा मार्च) की शुरूआत श्री अकाल तख्त साहिब से की गई। बड़ी संख्या में संगत श्री अकाल तख्त साहिब पर अरदास कर इस ऐतिहासिक वहीर के आगाज में पहुंची। उक्त यात्रा 30 दिनों का दौरा कर तख्त श्री केसगढ़ साहिब पहुंचेगी।  

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‘वारिस पंजाब दे’ संगठन के नेता भाई अमृतपाल सिंह खालसा ने कहा कि पंजाब में गुरमति प्रचार करने के बाद हम पंजाब के बाहर के राज्यों में जाकर प्रचार करेंगे और अमृत संचार समागम करवाएंगे। उक्त यात्रा में युवा नशा छोड़ कर गुरु वाले बनेंगे। यह सबसे बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा। 
 
अमृतपाल सिंह ने कहा कि शस्त्र हमारे पीर हैं व तख्त साहिबान पर गुरु साहिब से संबंधित शस्त्र अढ़ाई फुट ऊंचे सुशोभित किए गए हैं। शस्त्रों संबंधी किसी भी हिंदू वीर को एतराज नहीं, केवल कुछ संगठन इसे विवाद का विषय बना रहे हैं। हिंदू देवी-देवताओं की तस्वीरें देखी जाएं तो उनके हाथों में भी शस्त्र हैं।

उन्होंने शस्त्रों के साथ तस्वीरें डालने पर पर्चे दर्ज करने पर टिप्पणी करते हुए कहा कि यह लोगों को निहत्थे करने की साजिश है। हम महसूस करते हैं कि यह लोगों को प्रताड़ित करने के लिए किया जा रहा है।

खालसा वहीर से राष्ट्रीय आजादी के संघर्ष को मिलेगा बल: रणजीत सिंह
सिख यूथ फैडरेशन के प्रधान भाई रणजीत सिंह दमदमी टकसाल ने कहा कि खालसा वहीर के साथ युवक अपने धर्म, इतिहास से जुड़ेंगे, अमृत छकेंगे व राष्ट्रीय आजादी के संघर्ष को बल मिलेगा। 

उन्होंने कहा कि भाई अमृतपाल सिंह एजैंसियों के एजैंट नहीं बल्कि उभरते हुए युवा सिख नेता हैं जो खालसा पंथ का नेतृत्व कर रहे हैं। इससे पहले ‘खालसा वहीर’ एक नगर कीर्तन के रूप में श्री हरिमंदिर साहिब के बाहर पहुंचा जहां भाई मंगल सिंह, भाई दिलबाग सिंह, भाई सुखदेव सिंह, ग्रंथी सिंह व पांच प्यारों ने भाई अमृतपाल सिंह को सिरोपे देकर सम्मानित किया।

Niyati Bhandari

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